मरीज की मौत से हंगामा, चिकित्सकों ने खोया आपा, मीडियाकर्मी से भी उलझे
धनबाद । जिले के शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रविवार को मरीज के परिजनों द्वारा चिकित्सक के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किए जाने के बाद बड़ा हंगामा हुआ। जिसे शांत कराने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल और जिला प्रशासन की ओर से एडीएम को पहुँचना पड़ा।
मामले में एसएनएमएमसीएच में स्थिति काबू से बाहर हो गई। मरीज के परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक द्वारा समय पर इलाज मुहैया नहीं कराने से उनके मरीज की मौत हुई है। मौके पर तैनात चिकित्सक का कहना है कि मरीज की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। उसका इलाज किया जा रहा था। परंतु नियति के आगे किसकी चलती है। घटना होने के बाद चिकित्सकों ने काम ठप कर दिया और एकजुट होकर इमरजेंसी वार्ड के बाहर खड़े हो गए।
मौके पर मीडिया कर्मियों ने जब मामले की जानकारी लेनी चाही तो वहाँ मौजूद चिकित्सकों ने मीडिया कर्मियों का कैमरा, वाहन की चाबी छीनते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग कर हाथापाई किया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची और लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश में जुट गई।
बाद में घटना की सूचना पाकर एडीएम भी चिकित्सकों को समझाने पहुँचे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या चिकित्सक अपने पेशे को छोड़कर गुंडा बनेंगे या उग्र रूप धारण कर इस वैश्विक आपदा काल में कोरोना वारियर्स मीडिया कर्मियों के साथ उलझ कर क्या अर्जित करेंगे। यह सवाल काफी गंभीर है। अगर इसका जवाब नहीं ढूंढा गया तो फिर वैश्विक महामारी कोरोना से जीतना नामुमकिन है। इस विकट परिस्थिति में मरीज के परिजनों की मनोस्थिति को समझते हुए चिकित्सकों को संयम और समझदारी का परिचय देना चाहिए।
वही मीडिया कर्मियों से बेवजह उलझना उनके लिए उचित नहीं माना जा सकता है। चंद चिकित्सकों की उग्रता के वजह से धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर से लोगों का विश्वास डगमगा जाएगा। जिससे कोरोना के खिलाफ जारी जंग में मानवता कमजोर पड़ जाएगी।
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