बदहाली:- पानी तो मिला नही? सड़कों की बर्बादी जोरों पर
सालानपुर। पानी आने की उम्मीद और बाट जोहती आँख अब पथरा गई हैं।
दुर्दशा का हाल ये है, की गाँव गली और मोहल्ला चारों और खुदा है, जहाँ नही खुदा है, वह कल जरूर खुदेगा।
हम पाइपलाइन के लिए खोदी गयी गड्ढों की बात कर रहें है। पश्चिम बंगाल वाटर सप्लाई में कार्यरत अधिकारी और ठेकेदार इतने तेजस्वी है की इन्हें खूबसूरत और अच्छी सड़कें रास नही आती।
सड़क बनी हो या बन रही है, कोई फर्क नही पड़ता। बस खोद डालना है।
कुल मिलाकर पानी तो अब तक मिला नही लेकिन बर्बादी जोरों पर है।
लगभग एक वर्ष पूर्व घर घर मे नल कनेक्शन लगाया गया था। किन्तु आंखे पानी आने की बाट अब भी जोह रही है।
सालानपुर के देंदुआ ग्राम पंचायत अंतर्गत बाँसकटिया गाँव मे बनी पानी टैंक से होदला, बथानबाड़ी, धनुडीह, लेफ्टबैंक, कालीपत्थर समेत अन्य ग्रामीण इलाकों में पेयजल मिलना है।
एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आज तक पानी नही पहुँचा।
पाइपलाइन बिछाने के लिए लगभग करोडों रुपये की लागत से बनी सड़कों को निर्दयतापूर्वक बलि चढ़ा दी गई।
इतना ही नही सीधाबाड़ी मोड़ के निकट बन रही नई सड़क को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
मुख्यमार्ग पर दो लंबी और बड़ी गड्ढे खोद कर छोड़ दिया गया है, जो दुर्घटना को दावत दी रही है।
पूछने पर पता चला की टेस्टिंग के दौरान पाइप लाइन फट जाने से गोफ बन गया था, अलबत्ता रिपेयरिंग के नाम पर 15 दिन से गड्ढा खोदा गया है।
कुल मिलाकर देखें तो विभाग की प्लास्टिक पाईप सरदर्द बना हुआ है, काम करने वाले ठीकेदार पर समय की कोई पाबंदी नही है, इसलिए मनमानी ढंग से कार्य किया जा रहा है।
सड़कों को खोदने से पहले कोई अनुमति नहीं लिया जाता और संबंधित विभाग मौन क्यों है?
अंततः आखरी सवाल ग्रामीणों को पानी कब मिलेगा? आखिर अधिकारी संज्ञान क्यों नही ले रहें हैं।
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