असंगठित मजदूरों को रंगदारों से है रोजगार एवं जान का है खतरा,लगाई गुहार
धनबाद। मामला धनबाद जिला, केंदुआडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत पडने वाली नयाडीह कुसुंडा 7 नंबर नामक लोडिंग पॉइंट का है। यह लोडिंग पॉइंट काली बस्ती में अवस्थित है। इस बस्ती में झामुमो समर्थक असंगठित मजदूरों की संख्या सर्वाधिक है, लेकिन झामुमो समर्थक मजदूरों को यहाँ पर मजदूरी का काम नहीं करने दिया जा रहा है। आपको बता दे कि इस लोडिंग प्वाईंट पर लगभग एक दशक से दो गुटों का कब्जा है और इन दोनों गुटों ने लोडिंग पॉइंट पर वर्चस्व स्थापित कर रखा है। जो सरदारी की आड़ में रंगदारी करते हैं।
दोनों गुट मिलाकर कुल 44 सरदार हैं जो बाहर से मजदूरों को बुलाकर इन्हीं बाहरी मजदूरों से कोयला लोडिंग का काम करवाते है। जबकि झामुमो समर्थक स्थानीय मजदूरों को लोडिंग पॉइंट में काम करने नहीं दिया जाता। इस लोडिंग पॉइंट के प्रदूषण से आखिर स्थानीय असंगठित मजदूर और उनका पूरा परिवार प्रभावित होता है। कोरोना महामारी के इस काल में भूखमरी के कगार पर पहुँचे झामुमो समर्थक असंगठित मजदूर जब लोडिंग का काम करने लोडिंग पॉइंट पर जाते हैं तो दोनों गुटों के सरदार नामक रंगदार इनके साथ मारपीट तथा बदतमीजी कर उन्हें लोडिंग पॉइंट से भगा देते है नहीं हटने पर मजदूरों पर लाठी चार्ज भी करती है। काली बस्ती के मजदूरों को अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता सता रही है। ऐसे में स्थानीय काली बस्ती के असंगठित मजदूरों ने जेएमएम जिला उपाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह से मामले में हस्तक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है।
मुकेश कुमार सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा कि लोडिंग पॉइंट से सरदारी प्रथा खत्म कर कोयला लोडिंग के काम से स्थानीय मजदूरों जोड़ने का मार्ग प्रशस्त कराने के लिये वेमुख्यमंत्री और धनबाद उपायुक्त महोदय को एक आवेदन देखकर मामले से अवगत करायेंगे और साथ ही इस मामले में आलाधिकारिय से इस पर जाँच कर स्थानीय मजदूरों को उनका हक दिलाने का काम करेंगे।
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