40 वर्ष पुरानी जाम की समस्या दूर करने के लिए अब टिकी है रेलवे पर नजर
धनबाद । 40 साल पुरानी समस्या को दूर करने के लिए अब रेलवे के एनओसी की जरूरत है। कतरास के गौशाला पुल में नया अंडरपास बनाने के लिए रेलवे की मंजूरी मिलते ही अब सबकी नजर गया पुल के चौड़ीकरण पर टिक गई है। पथ निर्माण विभाग को इसके चौड़ीकरण के लिए रेलवे से एनओसी को इंतजार है।
गया पुल की वजह से शहर के इंट्री प्वाइंट में ही जाम की स्थिति हर दिन बनती है। दूसरे राज्यों से धनबाद आनेवाले लोगों के मन में शहर की खराब छवि भी बनती है। 40 साल पुरानी समस्या पर अब प्रशासन से लेकर सरकार तक का ध्यान टूटा है। जिला प्रशासन की पहल पर अब रेलवे से एनओसी की मांग की गई है। दो दिन पहले रेलवे और पथ निर्माण विभाग ने गया पुल का निरीक्षण किया था। बगल से अंडरपास बनने के लिए रेलवे की जमीन का प्रयोग किया जाएगा। इसे लेकर ही पथ निर्माण विभाग ने रेलवे से एनओसी मांगी है।
27 जनवरी तक एनओसी को रेलवे ने दिया आश्वासन
रेलवे की ओर से 27 जनवरी तक नए अंडरपास के लिए एनओसी देने का आश्वासन दिया गया है। नया अंडरपास बनाने में रेलवे का एक गोदाम और सेक्शन इंजीनियर के कार्यालय को तोड़ना पड़ेगा। रेलवे से एनओसी मिलने के बाद राइटस कंपनी इसकी डीपीआर बनाएगी।
फ्रेट कॉरिडोर को ध्यान में रख कर बनेगा अंडरपास गया पुल के बगल में बनने वाले एक और अंडरपास के एनओसी के लिए रेलवे कुछ बदलाव करना चाहता है। इसी रास्ते से होकर फ्रेट कॉरिडोर की लाइन बिछाई जानी है। रेलवे उसी हिसाब से नया अंडरपास बनाने का प्रस्ताव पथ निर्माण विभाग को दे सकता है।
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