हजरत शाह चिमनी बाबा के मजार पर चादर पोशी के साथ मेला का समापन
हुर्रिलाडीह कोलियरी स्थित हजरत शाह चिमनी बाबा के मजार कि चादर पोशी सह मेला का समापन आज विधिवत पूर्वक हो गया, ज्ञात हो कि 5 मार्च को यह मेला शुरू हुआ था चुकी कोरोना काल चल रहा हैं इसीलिए इनकी ताजपोशी बहुत ही गिने चुने लोगों कि उपस्थिति में हुई।
इस अवसर पर सर्वप्रथम हुर्रिलाडीह एवं बोर्रागढ़ कोलियरी के द्वारा प्रथम चादर चढ़ाने का रीवाज व परम्परा शादियों से चला आ रहा हैं। इस मौके पर हुर्रिलाडीह के परियोजना पदाधिकारी आई पी उपाध्याय एवं सूरज सिंह, विवेक सिंह, घनश्याम महतो, तथा बोर्रागढ़ के कई कर्मचारी और साथ ही साथ बोर्रागढ़ के थाना प्रभारी शौरभ चौबे के के देख-रेख में चिमनी बाबा पर चादरपोशी कि गई।
इस मौके पर परियोजना पदाधिकारी ने कहा प्रत्येक वर्ष कि तरह ही पहला चादर चढ़ाने कि परंपरा हुर्रिलाडीह कोलियरी को ही प्राप्त हैं चुकि इस कोरोना काल में थोड़ी संख्या जरूर कम हैं किन्तु चिमनी बाबा कि महानता आज भी जस कि तस हैं, चिमनी साह बाबा के ख़ादिम एम डी अख्तर शाह, एवं एम डी तैयब शाह ने बताया कि जो कोई भी श्रद्धालु बाबा के यहाँ स्वच्छ मन से कुछ भी मांगते हैं तो उन सबकी मनोकामना हमारे चिमनी बाबा अवश्य पूरी करते हैं। इंतेजामिया कमिटी हुर्रिलाडीह चिमनी बाबा व यहाँ के लगने वाले मेला का सारा इंतजाम व देख-रेख करती है। चिमनी बाबा कि ख्याति दूर दूर तक फैली हुई हैं यहाँ कि मांगी हुई मुराद कभी भी खाली नहीं जाती हैं ऐसा यहाँ के ख़ादिम एवं लोगों का कहना हैं। वैसे तो सालों भर यहाँ चादरपोशी कि जाती हैं, किन्तु मेले के पाँच दिन में यहाँ काफी भीड़ भाड़ होती हैं, किन्तु इस कोरोना काल में मेला तो नहीं परन्तु चिमनी बाबा के मजार पर आनेवाले श्रद्धालु में कोई कमी नहीं आई हैं यही इनकी शादियों से चली आ रही परंपरा को दर्शाता हैं।
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