गरीबों के बीच वितरण होने वाले अनाज का हो रहा कालाबाजारी, अनाज से लदे वाहन को पुलिस ने किया जब्त
धनबाद। वैसे तो सरकार गरीबों के लिए एक रुपए किलो चावल की व्यवस्था की है, लेकिन धंधेवाजो ने अब गरीबों को मिलने वाला निवाला का भी कालाबाजारी शुरू कर दिया है । ताज़ा मामला झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकोला T.O.P. के समीप झरिया पुलिस ने 409 वाहन पर लदे अवैध चावल को पकड़ा है। जिसके बाद सरकारी चावल के अवैध धंधेबाजों के बीच हड़कंप मच गया।
आपको बता दें कि वाहन में लादे अवैध चावल झरिया के यमुना साव पीडीएस दुकानदार का बताया जा रहा है। जोकि झरिया के रास्ते निरसा होते हुए बंगाल जा रहा था। कुछ महीने पहले जोरापोखर थाना अंतर्गत पीडीएस के चावल से लादे वाहन को जोरापोखर पुलिस ने जब्त किया था जो कि केंदुआ स्थित करकेंद्र के रहने वाले अशोक गोयल का बताया जा रहा था।
गौरतलब है कि धनबाद जिले में गरीबों को दिए जाने वाला अनाज का कालाबाजारी इन दिनों जोरों पर है कई ऐसे अनाज का कालाबाजारी करने वाले धंधेबाज बिना अधिकारी के भय के ही दिन के उजाले में ही सरकारी अनाज को बंगाल भेज रहे हैं । यह लोग चावल को अन्य पीडीएस दुकानदारों से ₹15 किलो खरीद कर बंगाल के धंधेवाजो को ₹30 किलो में बेचते है। जिसके बाद बंगाल में इस पीडिएस के चावल को मिल में फ्रेस कर पोलिस किया जाता है और फिर थोक के भाव में मड़ियो में बेच देते है ।
इस सरकारी अनाज की कालाबाजारी यमुना साव ही नहीं बल्कि धनबाद जिले में कई ऐसे धंधेबाज हैं जो सरकारी अनाज की कालाबाजारी कर रहे हैं ।
सूत्रों की माने तो सरकारी चावल की कलाबाजरी करने वालों में केंदुआ स्थित करकेंद्र के रहने वाले अशोक गोयल, झरिया के अखिलेश गुप्ता, भागा स्टेशन समीप के रहने वाले राज कुमार तांती जैसे लोग सरकारी अनाज की कालाबाजारी करते हैं ।जिसकी वजह से गरीबों तक ये सरकारी अनाज नहीं पहुँच पाता है और गरीब भूखे मरने को विवश हो जाते हैं।
इस मामले में पुलिस फिलहाल कुछ भी कहने से इंकार कर रही है उन्हें भी डर है कि कहीं इन धंधेबाजों के साथ हुए लेनदेन की पोल ना खुल जाए शायद इसीलिए पुलिस ने भी इस मामले में चुप्पी साधी हुई है। हालांकि वाहन को जब्त कर बस्ता कोला टीओपी में रखा हुआ है ।
विकास कुमार, धनबाद
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View