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जय बाबा विश्वकर्मा से गूंजा चौपारण का पाण्डेयबारा, सैकड़ों की संख्या में लोगो ने किया पूजा अर्चना

चौपारण प्रखंड के आरापगार पाण्डेयबारा में विश्वकर्मा मंदिर में चैय परगना के तीन जिले के लोग वर्षों से आस्था का केंद्र बनाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मंदिर के प्रति अटूट आस्था ही हर वर्ष सैकड़ों जोड़े इस मंदिर को साक्षी मानकर विवाह बंधन में बंध सुखमय जीवन व्यतीत करते आ रहे हैं। विश्वकर्मा पूजा के दिन तीन जिला हजारीबाग, चतरा एवं कोडरमा प्रखंड के सैकड़ो विश्वकर्मा समाज के लोग एकत्रित होकर बहुत ही धूमधाम से शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा का विधिवत पूजा अर्चना करते है। विश्वकर्मा समाज अध्यक्ष मिथिलेश्वर प्रसाद राणा, सचिव डोमन राणा, राजेंद्र राणा, प्रभु राणा, बीरेंद्र कुमार राणा, केदार राणा, रामलखन राणा, भोला राणा, जगरनाथ राणा, प्रो कैलाश राणा, विनोद शर्मा, कामदेव राणा, बचु राणा सहित अन्य समाज के लोगों ने बताया कि विश्वकर्मा पूजा के दिन एक अलग ऐतिहासिक कार्यक्रम कर पंचायत चुनाव में चयनित प्रमुख, उपप्रमुख, मुखिया, पंसस, उपमुखिया, वार्ड सदस्य व अन्य क्षेत्र में महती भूमिका निभाने वालो को सम्मानित कर समाज को गति देने की पहल शुरू करेगी। अध्यक्ष राणा ने बताया कि मंदिर का निर्माण देश की आजादी से पहले 1942 ई में ग्राम गरवा के ननकू राणा, मंझौलीया के छटू राणा एवं विश्वकर्मा समाज के लोगो ने भूदान लेकर एवं आर्थिक मदद कर निर्माण करवाया था। विश्वकर्मा मंदिर के अलावा परिसर में शिव मंदिर, विद्या के मंदिर के रूप में विश्वकर्मा उच्च विद्यालय संचालित है। मंदिर की शोभा मंदिर के आगे पेड़-पौधे और तालाब बढ़ाता है। मंदिर अपने आप में सुंदर वास्तुकला का स्वामी है। इसके गोल गुम्बद की मोहकता अनूठे कारीगिरी का सबूत पेश करता है।

बढई समाज का धरोहर है विश्वकर्मा मंदिर : मिथिलेश्वर

चैय विश्वकर्मा समाज अध्यक्ष मिथिलेश्वर प्रसाद राणा सचिव डोमन राणा ने बताया कि हम सबों का बढई-विश्वकर्मा समाज के लिए मंदिर एक धरोहर है। हमारे पूर्वजो ने इसे मेहनत व लगन से सींच कर गढ़ा है। जिसमे अंग्रेजो के जमाने मे शेर शाह शूरी मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों का रुकने का एक मात्र साधन था। कहा कि बाबा विश्वकर्मा के दरबार में जो भी पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी इच्छा पूरी होती है। साथ ही कहा कि सालों भर शुभ मुहूर्त में शादी-विवाह, वाहनों की पूजा सहित शुभ कार्य का शुभारंभ मंदिर में पूजा-अर्चना कर करते है।

Last updated: सितम्बर 17th, 2022 by Aksar Ansari
Aksar Ansari
Correspondent Chouparan (Hazaribag, Jharkhand)
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