भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से विदेश व्यापार आयात -निर्यात सेमिनार का आयोजन
रानीगंज। भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से विदेश व्यापार महानिदेशालय विभाग ने सिटी सेंटर में एक जिला व्यापी आयात -निर्यात सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें जिले के विभिन्न व्यवसायिक एवं औद्योगिक संगठनों ने भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश व्यापार महानिदेशालय के अधिकारियों ने उपस्थित उद्यमियों को आयात निर्यात के तौर-तरीकों, सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं, इंटरनेट पर उपस्थित वेबसाइट और उनसे होने वाली जानकारियां, व्यापार में आने वाली कठिनाइयों एवं आयात निर्यात करने के दौरान होने वाली असुविधाओ को सुगम बनाने के बारे में चर्चा की गई। इसमें कोलकाता के फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन के देवाशीष चक्रवर्ती, जोयता चक्रवर्ती एवं जिला शिल्प केंद्र के जनरल मैनेजर सुभाष विश्वास ने अपना वक्तव्य रखा। मौके पर उपस्थित पश्चिम बंगाल के रिफैक्ट्री मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के महासचिव अशोक चक्रवर्ती ने बताया कि पश्चिम बंगाल में रिफ्रैक्ट्री से संबंधित चीजों का निर्यात काफी किया जा रहा है जिसमें विशेष रूप से बांग्लादेश को इसका निर्यात किया जाता है। माँ शारदा फैक्ट्री के तुषार उपाध्याय ने बताया कि वर्षों से वह बंगलादेश को कई उत्तम किस्म के रिफैक्ट्री सप्लाई कर रहे हैं और अंचल में इस उद्यम की काफी संभावनाएं हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ स्माल इंडस्ट्रीज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं बंगाल के रिफ्रैक्टरी एसोसिएशन के राज्य उपाध्यक्ष संदीप भालोटिया ने बताया कि रिफ्रैक्टरी के अलावा बंगाल से धातु ,आलू ,प्याज, इंजीनियरिंग की वस्तुएं, खाने पीने की चीजें एवं अन्य कई वस्तुओं का काफी बड़ी मात्रा में निर्यात हो रहा है एवं आसपास के कुछ देश जैसे बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में सड़क मार्ग द्वारा इनका निर्यात होता है एवं अन्य देशों में समुद्र मार्ग द्वारा इन वस्तुओं का निर्यात किया जाता है। यही नहीं दक्षिण बंगाल जोकि पश्चिम बंगाल का ही नहीं पूरे देश का एक बहुत बड़ा व्यापारिक केंद्र है और इसमें व्यापार करने की प्रचुर संभावनाएं मौजूद है ।
उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से अनुरोध किया कि वह आयात -निर्यात की दिशा में और अधिक जानकारियाँ मुहैया कराएं और एक ऐसा वातावरण तैयार हो सके जिससे पश्चिम बर्द्धमान, बांकुड़ा ,पुरुलिया और बीरभूम को लेकर अन्य कई वस्तुए ,जिसमें निर्यात की संभावनाएं हैं, उनका निर्यात बढ़ाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को सभी संस्थाओं की तरफ से भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया और आशा की कि आने वाले समय में जिला शिल्प केंद्र एवं अन्य संस्थाएं इसी तरह के प्रोग्राम आयोजित करते रहेगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को उन्नत करने में यह काफी सहायक सिद्ध होगा ।
उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि अगर किसी को कोई जानकारी चाहिए तो उनसे संपर्क कर सकते हैं ताकि लोगों को इस संबंध में जानकारी मिले और वह अपने कार्य को आगे बढ़ा सके। कार्यक्रम के दौरान आसनसोल चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव शंभू झा, जामुड़िया चैंबर ऑफ कॉमर्स से प्रदीप डोकानीया, पिबीडिसीसीआई के महासचिव श्जगदीश जी बागड़ी, रिफ्रैक्ट्री मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अशोक चक्रवर्ती, आलोक पाल, तुषार उपाध्याय, फ्लाई एश ब्रिक्स एसोसिएशन से संतोष टाटिया, रमेश बाजोरिया, उखड़ा से नरेश शर्मा के अलावा अन्य कई उद्यमी उपस्थित थे।
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