मगही-भोजपुरी को क्षेत्रीय भाषा का दर्जा देने के समर्थन में महाधरना
धनबाद । मगही भोजपुरी मैथिली संस्कृति बचाओ मंच के बैनर तले सोमवार को रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय महाधरना का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने एक स्वर में झारखंड सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य के बोकारो-धनबाद जिले में भोजपुरी मगही भाषा के साथ जो अन्याय किया है, उसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
झामुमो तथा उसके गठबंधन सरकार को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। मगही भोजपुरी को जल्द से जल्द क्षेत्रीय भाषा की मान्यता बहाल की जाए और भाषा आधारित सर्वे को जनहित में प्रकाशित किया जाए। वक्ताओं ने यह भी बताया कि इस महा धरना कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से प्रतिनिधि एकजुट हुए हैं तथा आने वाले समय में और जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
मालूम हो कि पिछले दिनों झारखंड सरकार ने क्षेत्रीय भाषा में शामिल मगही और भोजपुरी भाषा को धनबाद तथा बोकारो जिले में सूची से बाहर कर दिया है।
इसे क्षेत्रीय भाषा की सूची से बाहर करने के लिए कई संगठनों ने पिछले दिनों आंदोलन किया था। जिसके परिणाम स्वरूप झारखंड सरकार ने 2 जिलों में क्षेत्रीय भाषा की सूची से मगही और भोजपुरी को हटाया था। क्षेत्रीय भाषा की सूची से बाहर होने के बाद कई संगठनों ने राज्य में भोजपुरी मगही के समर्थन में आंदोलन में कूद गए है।
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