चेकपोस्ट पर चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली , निरसा सीओ और एग्यारकुंड बीडीओ बने रहें मूकदर्शक
कल्याणेश्वरी/मैथन। देश भर में जहाँ इन दिनों कोरोना (कोविड-19) ने कहर बरपा रखी है, आम जनता से लेकर खास को इस महामारी ने त्रस्त कर दिया है, ऐसे में केंद्र सरकार की नीति के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी अपने राज्य की जनता के हित और सुरक्षा को लेकर विधि व्यवस्था बहाल करते हुए नियम लागू किया है। सरकार की नियमों को धत्ता बताकर सरकारी अधिकारी ही नियमों का उल्लंघन कर रहे है।
झारखण्ड सरकार द्वारा बॉर्डर सील के बाद ई पास की अनिवार्यता के बाद अमूमन लोग झारखण्ड राज्य में ई पास के बिना प्रवेश नहीं कर पा रहें है, और लोगों बॉर्डर से ही वापस लौटा दिया जा रहा है। किंतु अब इस फेहरिस्त में स्थानीय अधिकारियों ने अब एक नया अध्याय जोड़ दिया है। शुक्रवार को इसी चेक पोस्ट पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी गई, अब ई पास की जगह वाहन जाँच अभियान चलाया जा रहा है। वापस लौटकर जाने वालें दर्जनों लोगों का फाइन और चालान काटा गया। लोगों का आरोप है कि झारखण्ड राज्य में प्रवेश के बिना ही पुलिस कैसे चालान काट सकती है। लोग पहले ही कोरोना से त्रस्त है और अब राजमार्ग पर चालान काटा जा रहा है। जबकि यह चेकपोस्ट झारखण्ड बंगाल पुलिस की आपसी समन्वय से कुल्टी थाना अंतर्गत डीबुडीह चेक पोस्ट(राजमार्ग-2)पर (बंगाल) में झारखण्ड पुलिस द्वारा लगाई गई है। आरोप यह भी है कि चेकपोस्ट पर चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली भी की जा रही है।
शुक्रवार को चेकपोस्ट निरीक्षण को पहुँचे निरसा सीओ मोदस्सर नज़र मंसूरी तथा एग्यारकुंड बीडीओ विजेंदर कुमार पहुँचे थे। उस वक्त भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान काटा जा रहा था। उपस्थित दोनों वरीय अधिकारियों से मामले को लेकर सवाल पूछने पर दोनों महाशय भड़क गए, और उल्टा परिचय पत्र मांगते हुए कोरेंटीन कर देने की धमकी देने लगे। हालांकि मामले को देख मौके पर उपस्थित ट्रैफिक एएसआई उदय सिंह मौके से रफूचक्कर हो गए। मामले को लेकर स्थानीय लोगों का आरोप है कि झारखण्ड पुलिस बंगाल में चालान कैसे काट सकती है। दामोदर नदी का पश्चिमी इलाका झारखण्ड है। जबकि पूर्वी इलाका बंगाल ऐसे में झारखण्ड का चेकपोस्ट बंगाल में क्यों..? बताते चलें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पहले भी अन्य बॉर्डर पर गड़बड़ी और जाँच के नाम पर वसूली की शिकायत मिल चुकी है।
उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए वरीय अधिकारियों को ट्वीट कर संज्ञान लेने को कहा था। इधर मामले को लेकर एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा से पूछने पर उन्होंने बताया कि वाहन जाँच में हेलमेट और मास्क का अभियान चलाया जा रहा है। किंतु बंगाल यहाँ के पुलिस द्वारा मेरे संज्ञान में नहीं है। में जानकारी लेकर मामले को देखता हूँ।
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