मैनुअल लोडिंग चालू करे नहीं तो चक्का जाम, दूसरे गुट ने कहाँ मजदूरों का धरना नहीं,आजसु की कैडर मिटिंग
लोयाबाद। बीसीसीएल प्रबंधन को वासुदेवपुर कोलियरी में रोड सेल चालू कर मैनुअल लोडिंग के माध्यम से असंगठित मजदूरों को रोजगार देना होगा नहीं तो चक्का जाम आंदोलन किया जाएगा। यह चेतावनी वासुदेवपुर असंगठित मजदूर के एक गुट के सचिव शंकर केशरी ने मंच के माध्यम से बीसीसीएल प्रबंधन को चेतवानी दी। वासुदेवपुर असंगठित मजदूरों के एक गुट द्वारा गुरुवार को वासुदेवपुर कोलियरी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया। इस की अध्यक्षता गुड्डू रवानी व संचालन शंकर केशरी ने किया। धरना दिन करीब ग्यारह बजे शुरू हुआ जो कि दोपहर एक बजे तक चला। धरने में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे। धरने को संबोधित करते हुए सचिव शंकर केशरी ने कहा कि करीब 12 वर्ष पूर्व वासुदेवपुर कोलियरी में मैनुअल लोडिंग के माध्यम से असंगठित मजदूरों को रोजगार दिया जाता था। वासुदेवपुर में कुल 22 दंगल है। जो रोजगार नहीं मिलने के कारण फाकाकशी में अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं।
उन्होंने दूसरे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग फर्जी तरीके से चुनाव कर असंगठित मजदूरों के नेता बन बैठे हैं जबकि असली मजदूर हमारे साथ है। उन्होंने कहा कि वासुदेवपुर कोलियरी में करीब एक वर्ष से परियोजना से कोयले का उत्पादन शुरू हुआ है। कोरोना काल के कारण क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ी है, अब बीसीसीएल प्रबंधन को वासुदेवपुर में मैनुअल लोडिंग चालू कर असंगठित मजदूरों को रोजगार देना होगा नहीं तो चक्का जाम आंदोलन किया जाएगा। धरना में पूनम प्रसाद, संतोष महतो, विनोद पासवान, जीतू वर्णवाल, मिरिंडा दास, दुर्गा दास, द्रौपदी देवी, सुनैना देवी, हेमंती देवी आदि उपस्थित थे।
धरना में ये सरदार थे मौजूद
धरना में असंगठित मजदूरों के सरदार जमीर शेख,शंकर केशरी,गुड्डू रवानी,भूरा मल्लाह,मदन मल्लाह, अर्जुन नोनिया(सरदार प्रकाश नोनिया का मजदूर), जगेश्वर पंडित ,दशरथ मल्लाह की पत्नी किरण देवी,मालती देवी(सरदार केदार पासवान की मजदूर),राम गरीब यादव(सरदार भोला सिंह का मजदूर),गणेश भारती, दरोगा रविदास (सरदार प्रेमचंद का मजदूर) मौजूद थे ।
मजदूरों का धरना नहीं, आजसु की कैडर मिटिंग थी -दिनेश रवानी
इधर दूसरे गुट के असंगठित मजदूर के संरक्षक दिनेश रवानी ने एक प्रेस ब्यान जारी कर कहा कि यह मजदूरों का धरना नहीं आजसु का कैडर मीटिंग था जो कि दो घंटे में ही समाप्त हो गया।मजदूरों का नाम देकर आजसु कार्यकर्ताओं की बैठक की गई है। आजसु के आसपास के कार्यकर्ता यहाँ जुटे थे। एक ओर आजसु जिलाध्यक्ष मंटू महतो के भतीजे संतोष महतो द्वारा वासुदेवपुर में ट्रांसपोर्टिंग चलाया जा रहा है तो दूसरी ओर मीटिंग रख मजदूरों के हितैषी बनने का दिखावा किया जा रहा है। आजसु जिलाध्यक्ष की राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है तो अब मजदूरों का सहारा लिया जा रहा है परंतु असंगठित मजदूरों ने इस धरने को नकार दिया है , सभी असंगठित मजदूर हमारे साथ है। उन्होंने कहा कि अगर सरदार का मजदूर जुटाना हो तो जो आज अपने आप को उपाध्यक्ष व सचिव बता रहे हैं उन सरदारों के मजदूर व प्रतिनिधि भी हमारे साथ होंगे। ऐसे में 22 दंगल के प्रतिनिधि हमारे साथ होंगे।
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