जिले के आमजनों की समस्याओं के समाधान एवं शिकायतों के निष्पादन हेतु उपायुक्त संदीप सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में जनता के समस्याओं को सुन उस पर त्वरित संज्ञान ली
धनबाद । जिले के आमजनों की समस्याओं के समाधान एवं शिकायतों के निष्पादन हेतु मंगलवार को उपायुक्त संदीप सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में आमजनों की शिकायतों को सुनकर उसके त्वरित निष्पादन हेतु संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया।
बरोरा थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने उपायुक्त को बताया कि उनकी पत्नी कैंसर से ग्रसित है। वह दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। आर्थिक तंगी होने के कारण वह अपनी पत्नी का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त से आर्थिक सहायता हेतु अनुरोध किया। उपायुक्त ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सिविल सर्जन को इन्हें मुख्यमंत्री असाध्य रोग उपचार योजना के तहत सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
65 वर्षीय एक महिला ने उपायुक्त को बताया कि उनका भाई 17 वर्षों से जेल में है। कई बार पैरोल हेतु आवेदन देने के बाद भी अब तक उनके भाई को पैरोल नहीं दिया गया है। इस संबंध में मोहल्ले वासियों से भी लिखित में आवेदन समर्पित करवाया गया है। उन्होंने उपायुक्त से इस संबंध में कार्यवाही करने का अनुरोध किया।
कलियासोल प्रखंड से आई हुई एक युवती ने बताया कि उसके पिताजी प्राइमरी स्कूल में हेड मास्टर थे। पिताजी की मृत्यु के बाद उसकी माता जी को अध्यापक के रूप में नियुक्ति प्राप्त हुई। अब उसकी माताजी भी रिटायर हो चुकी है। माताजी को फैमिली पेंशन मिलता है, परंतु पिताजी के मृत्यु के ऊपरांत अब तक उनका फैमिली पेंशन चालू नहीं हुआ है। उन्होंने उपायुक्त से इस संबंध में अग्रेतर कार्यवाही करने का अनुरोध किया।
इसी क्रम में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने उपायुक्त को बताया कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर उनके आवागमन का रास्ता अवरुद्ध किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासनिक सहयोग हेतु गुहार लगाई।
इसी प्रकार एक वृद्ध महिला ने उपायुक्त को बताया कि उनके जमीन पर पेट्रोल पंप के मालिक द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कब्जाधारी के विरुद्ध कार्यवाही करने का अनुरोध किया।
अपनी समस्या से अवगत कराने आए एक युवक ने बताया कि वह कमर्शियल कोर्ट में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है जहाँ उनका वेतन विगत 35 माह से लंबित है। उन्होंने वेतन भुगतान का आग्रह किया।
उपायुक्त से मिलने पहुँचे एक दिव्यांग महिला ने बताया कि उसके पति ने उनको घर से निकाल दिया है। उनकी एक बच्ची है जिसका वह नवोदय में नामांकन कराना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में उपायुक्त महोदय की अनुशंसा के आधार पर 2 वर्षों का स्कूल फीस जिला प्रशासन द्वारा प्रदान किया गया था। उन्होंने नवोदय विद्यालय में अपनी बच्ची के नामांकन हेतु उपायुक्त से सहायता मांगी।
इसी प्रकार कई लोगों ने उपायुक्त से मिलकर नियोजन, रोजगार, भूमि विवाद, सामाजिक सुरक्षा पेंशन इत्यदि से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया। उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को प्राप्त सभी शिकायतों का निष्पादन त्वरित करने का निर्देश दिया गया।
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