कोरोना ने तोड़ी वर्षों से चली आ रही आखाड़ा निकालने की परंपरा
रानीगंज। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पूरे विश्व में उथल-पुथल मची हुई है । लाखों लोग की मृत्यु अब तक इस बीमारी से हो चुकी है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए रानीगंज का प्रसिद्ध महावीर अखाड़ा मैं भी व्यापक रूप से परिवर्तन की गई है । यह अखाड़ा वर्षों से पीढ़ी दर पीढ़ी दुर्गा पूजा के पश्चात लखी पूजा के दिन एवं उसके पश्चात के दिन बड़े ही धूमधाम से निकाली जाती रही है । लगभग 8 से 10 महावीर अखाड़ा प्रत्येक वर्ष निकलते आ रही है, हालांकि बीते 3 वर्ष पूर्व रामनवमी के अवसर पर दो गुटों में हुई मारपीट के पश्चात महावीर अखाड़ा के निकालने की पद्धति में थोड़ी परिवर्तन जो रूट परिवर्तन को लेकर जरूर आई, पर इस परिवर्तन के बाद भी महावीर अखाड़ा निकलती रही । लेकिन कोरोना के कारण इस बार प्रशासन एवं महावीर अखाड़ा कमेटियों ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया कि इस बार महावीर अखाड़ा रानीगंज में नहीं निकलेगी ।
इस संबंध में रानीगंज थाना प्रभारी संजय चक्रवर्ती ने बताया कि कोरोना को देखते हुए महावीर अखाड़ा नहीं निकाली जाएगी हालांकि जो-जो अखाड़ा कमिटी महावीर अखाड़ा निकालती थी, उनके लाइसेंस का नवीनीकरण का कार्य पूर्व की तरह इस बार भी की जाएगी। ज्ञात हो कि रानीगंज के महावीर अखाड़ा को लेकर लोगों में भारी उत्साह रहती थी एवं इस महावीर अखाड़ा का साल भर इंतजार लोगों को रहती है । अखाड़ा के तहत रानीगंज शहर को पूरे पुलिस छावनी में तब्दील कर दी जाती थी , पर इस बार महावीर अखाड़ा ना निकलने का दुःख सभी को है।पर कोरोना वायरस रूपी दानव के समय गुजर जाने के पश्चात और अधिक उत्साह से अगले वर्ष महावीर अखाड़ा निकाली जाएगी। इस बात को लेकर अखाड़ा कमेटियों में भी उत्साह देखी जा रही है।
ज्ञात हो कि रानीगंज में खाकी बाबा मंडली, हरिजन कल्याण समिति, परशुराम संघ ,महावीर ब्यायाम समिति अखाड़ा कमेटी, गोपाल बांध सर्वाना, महाराणा प्रताप अखाड़ा कमेटी, नवयुवक संघ अखाड़ा कमिटी ,काली तला अखाड़ा कमिटी ,शालडांगा बजरंग क्लब के द्वारा अखाड़ा निकाली जाती रही है . इस अखाड़ा में बाजे गाजे, तरह तरह की झांकियों के बीच करतब बाज लाठी डंडा, तलवार,भाला आदि के तरह -तरह के खेल दिखाते थे।
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