आस्था का केंद्र स्थल तीराट कल्याणेश्वरी मंदिर में पिछले 2 वर्षों के बाद भजन कीर्तन के साथ मेला का किया गया आयोजन
राणीगंज। आस्था का केंद्र स्थल तीराट कल्याणेश्वरी मंदिर में पिछले 2 वर्षों के बाद फिर इस बार धूम धाम भजन कीर्तन के साथ मेला का आयोजन किया गया। आज दूसरे दिन मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ उम्र परी। 7 दिनों तक चलने वाली इस मेले का लगभग 200 वर्षों का इतिहास मेले में है। इस इलाके के करीब 40 ग्राम के लोगों के लिए यह आस्था का मेला है ।
मान्यताएं यह है कि तामूलिया ग्राम के एक परिवार कल्याणी सरगी मंदिर पूजा अर्चना और बलि के लिए जा रहे थे लेकिन तेरा दामोदर नदी के किनारे एक पद ब्रिज के पास श्रद्धालु भक्तों का पैर फिसल गया और कष्ट बस वहाँ बैठ गई बैठे ही बैठे उन्हें नींद आ गई तब माता कल्याणेश्वरी ने सपने दिया कि अब तुम्हें इतना दूर नहीं जाना पड़ेगा तुम यही अपना पूजा अर्चना करो बली 2 और तुम्हारी मन्नत पूरी होगी वह सपनों के अनुसार पूजा अर्चना कर घर लौटे लेकिन पूजा अर्चना के दरमियान से ही यह स्थल आस्था का केंद्र बन गया।
मेला कमिटी के अध्यक्ष अनल मुखर्जी ने बताया कि इस मंथ गिरा कोलियरी के एजेंट अजय कुमार को पुत्र प्राप्त होने पर यहाँ मंदिर का निर्माण कराया और तभी से यह मेला भव्य रूप धारण कर लिया आज इस मेले में आमोद प्रमोद के साथ-साथ खेलकद खानपान कृषि क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाली सामग्री इस मेले में पाई जाती है।
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