हरिजन एक्ट के बाद मामला गर्म एक तरफ ढुल्लू दूसरी तऱफ ज़लेश्वर का पुतला दहन
लोयाबाद थाना में प्रदेश कॉंग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो पर हरिजन एक्ट के तहत केस दर्ज होने के बाद मामला गरमा गया है। मंगलवार को यहाँ लोयाबाद मोड़ पर दलित समाज के लोगों ने एक तरफ विधयाक ढुलू महतो और राम अवतार कम्पनी के मालिक अमरेश सिंह पुतला जलाया तो दूसरी तरफ सेन्द्रा में पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो का पुतला दहन किया गया। लोयाबाद मोड़ पर शाम में रमेश हाड़ी और डब्लू पासवान के नेतृत्व में दलित समाज के लोग इकट्ठा हुए, और विधायक ढुलू महतो और कनकनी में नई आउटसोर्सिंग कम्पनी के मालिक अमरेश सिंह का पुतला के साथ जमकर नारेबाजी किया। दोनों ने कहा कि ढुलू हमेशा दलित समाज का फायदा उठाते रहे हैं। विरोधियों पर हरिजन एक्ट और छेड़खानी का मामला दर्ज कराने का उनका पुराना इतिहास रहा है।
एक अकेला को इतने लोग मारते तो उसका हश्र क्या होता
इससे हमारे समाज बदनामी झेल रहा है। संजय रविदास से जलेश्वर महतो, असलम मंसूरी और राजकुमार महतो सहित 200 लोगों पर झूठा केस कराकर दिया। जरा सोचिए एक अकेला को इतने लोग मारते तो उसका हश्र क्या होता। 24 की घटना दिखाकर 26 को केस किया है। सच्चाई सबको समझ में आ रहा है। सारा खेल इस दरिद्र विधायक का है, उन्हें हर कीमत पर अपना झोली भरना है। उन्हें दलितों की भलाई से कोई मतलब नहीं है। पुतला दहन में रामेश्वर तुरी, सन्नी पासवान, योगेंद्र डोम, विशाल पासी, मिथुन बाउरी, मोहन बाउरी, धर्मेंद्र रजक, कृष्णा राम, राजु तुरी, शंकर भुईयां, अजय पासवान, राजु पासवान, भोलु पासवान, अनिल भुईयां, रंजय हाड़ी, सुरज हाड़ी, कुंदन पासवान, नागराज पासवान और अनुप पासवान आदि लोग शामिल थे।
पूर्व मंत्री ज़लेश्वर महतो का हुआ पुतला दहन
वहीं सेन्द्रा मोड़ पर शाम 5 बजे भोला बाउरी की अगुवाई में जलेश्वर महतो का पुतला जलाया गया। हालांकि यहाँ ज्यादा लोग नहीं जुटे। कुल 12 लोगों में आधा बच्चे नजर आए।पुतला दहन इतनी जल्दी खत्म कर दी गई के आसपास पता नहीं चला। इन लोगों का मानना था कि जलेश्वर ने एक सभा में सरेआम बेलदार और भुइयाँ समाज की बेइज्जती किया है। एक सभ्य नेता को यह शोभा नहीं देता है। भोला बाउरी दो दिन पहले भाजपा और टाइगर फोर्स में शामिल हुआ है। पुतला दहन में भोला बाउरी, नंन्हे रावानी, सागर भुइयां, शक्ति बाउरी, गजन भुइयां, रवि भुइयाँ सहित करीब छह बच्चे शामिल थे।
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