धनबाद में बालू के अवैध कारोबार पर कब लगेगी रोक मीडिया के सवाल पर थाना प्रभारी की चुप्पी
धनबाद। जिला में खनिज संपदा की लूट मची हुई है। इस लूट में बड़े अवैध कारोबारी मालामाल हो रहें हैं। लेकिन गरीबों को थोड़े पैसों के जान तक गंवानी पड़ रही है। इसके अलावा सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इसको लेकर लापरवाह रवैया अपनाए हुए हैं। पूछने पर उन्हें कोई ना कोई बहाना याद आ जाता है।
धनबाद में बालू का अवैध कारोबार हो रहा है। प्रशासन इसमें लगाम लगाने में नाकाम है। पिछले दिनों कोयला अवैध उत्खनन हादसा में निरसा में 12 जबकि महुदा में दो लोगों की मौत हुई थी। अवैध बालू की तस्करी करने वाले बड़े कारोबारी भी गरीब लोगों की जान संकट में डालकर उनसे नदियों से बालू का उठाव करवा रहे हैं। वो कब नदी की धार में बह जाएँगे यह कह पाना मुश्किल है। लेकिन पेट की आग बुझाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। महुदा थाना क्षेत्र के दामोदर नदी की तेज पानी की बहाव में कई ट्रैक्टर जेसीबी मशीनों से बालू का उठाव किया जा रहा है। लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर है तेज धार में नदी को पार कर रहे हैं। बालू के अवैध कारोबार को स्थानीय पुलिस की किस तरह से सहभागिता है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मीडिया जब सवाल करती है तो उन्हें बहाना बनाकर थाना से उठकर भागना पड़ता है महुदा थाना क्षेत्र से दो तीन किलोमीटर की दूरी पर ही बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।
दामोदर नदी के डोंगाघाट, तेलमच्चो घाट, पर जोरशोर से बालू का उठाव किया जा रहा है। नदी से कई ट्रैक्टर और जेसीबी मशीनों से बालू का उठाव किया जा रहा है, कई लोग इस कार्य में लगे हैं। बालू उठाव के बाद महुदा थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों बालू का भंडारण किया जा रहा है। तेलमच्चो, कुंजी, जामडीहा तारगा में बालू के बड़े-बड़े स्टॉक खुले में देखे जा सकते हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस इसमें लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है वहीँ प्रशासन को इस मामले में दखल देने की जरूर त हैं अन्यथा किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता हैं।
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