बाँसजोड़ा परियोजना के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन
लोयाबाद । नियोजन, मुआवजा व विस्थापन की मांग को लेकर बाँसजोड़ा के रैयतों ने सोमवार को बाँसजोड़ा परियोजना में जमकर प्रदर्शन किया। दर्जनों की संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष करीब 10 बजे बाँसजोड़ा कोलियरी अंतर्गत संचालित आउटसोर्सिंग स्थल पहुँचे और हॉल रोड को बाधित कर धरना में बैठ गए। ग्रामीणों द्वारा रोड बाधित करने से परियोजना में चलने वाली ट्रांसपोर्टिंग ठप हो गई।
कंपनी प्रबंधक मनोज राय द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया परंतु ग्रामीण अपनी मांग को लेकर अड़े रहे । ग्रामीणों का कहना था कि बीसीसीएल द्वारा उनके जमीन पर कब्जा कर परियोजना चलाया जा रहा है जबकि अभी तक उन्हें नियोजन व मुआवजा नहीं मिला है।
ग्रामीणों ने कहा कि बाँसजोड़ा की जमीन पर दो आउटसोर्सिंग कंपनियाँ चल रही है जिससे बाँसजोड़ा बस्ती के लोग प्रभावित है पंरतु कंपनी प्रबंधन द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को नियोजन नहीं दिया जा रहा है। आउटसोर्सिंग में कंपनी प्रबंधन व स्थानीय नेताओं की मिलीभगत से पैसे लेकर बाहरी लोगों को नियोजन दिया जा रहा है।
ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन से स्थानीय ग्रामीणों को नियोजन देने की मांग की। करीब दो घंटे बाद पुलिस एवं कोलियरी प्रबंधन द्वारा समझाने के बाद ग्रामीणों का धरना समाप्त हुआ।
मौके पर पीओ जयंत जयसवाल, प्रबंधक काजल सरकार, थाना प्रभारी रमेश चन्द्र सिंह ,एसआई दिवाकर वर्मा, कंपनी के अरविंद चौधरी उपस्थित थे। मामले में आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा लोयाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ कंपनी को बंद करा आर्थिक क्षति पहुँचाने की लिखित शिकायत की गई है।
प्रदर्शन करने वाले ग्रामीण रैयतों में बद्री रवानी,चंडी रवानी, राजन रवानी, किरण रवानी, युगल रवानी, दिलिप रवानी, विनय रवानी, रेखा देवी, बिंदु देवी, काजल देवी, लतिका देवी, विणा देवी, गायत्री देवी, लखी देवी, अंजनी देवी आदि शामिल थे।
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