बासुदेवपुर आवंटित लिंकेज कोयले की लोडिंग के सवाल पर दो गुट आमने-सामने
लोयाबाद । बासुदेवपुर कोलियरी के असंगठित मजदूर के दो गुट आवंटित लिंकेज कोयले की लोडिंग के सवाल पर आमने-सामने हो गए हैं। दिनेश रवानी गुट के मजदूरों ने बैठक कर मैनुअल लोडिंग की मांग की। नहीं देने पर कोल डंप से कोयला नहीं उठने की चेतावनी दी। कोलियरी प्रबंधन के बुलावे कार्यालय में प्रशासन की मौजूदगी में मजदूर प्रतिनिधियों के साथ हुई वार्ता में बाला जी कोल कंपनी के लिफ्टर राजकुमार महतो द्वारा पीकिंग ब्रेकिंग देने का आश्वासन दिया। जिस पर मजदूर सहमत हो गए। असंगठित मजदूरों के एक गुट इस बात पर तैयार नहीं है।
50 हज़ार टन का कोयला आवंटन
श्री बाला जी कोल कंपनी को चौबीस हजार टन तथा आनंद कारबो प्रालि को छब्बीस हजार टन कोकरिज कोयले का आवंटन हुआ है। चौबीस हजार टन का लिफ्टिंग की जिम्मेदारी राम रहीम को मिला है तथा छब्बीस हजार टन की लिफ्टिंग जिसे मिला है वह अब तक सामने नहीं आया है। बासुदेवपुर 14 नंबर सामुदायिक के पास असंगठित मजदूर संघ के (दिनेश रवानी) गुट शंकर केसरी गुट कोलियरी कार्यालय के समीप बैठक हुई है।
असंगठित मजदूरों को पीकिंग ब्रेकिंग का पैसा मिलेगा। राजकुमार
लिफ्टर राजकुमार महतो ने कहा कि वे मजदूर विरोधी नहीं है। इस कोल डंप में पहले से पर लोडर से कोयले की लोडिंग हो रही है। असंगठित मजदूरों को एक रुपया नहीं मिल रहा था। सिजूआ क्षेत्र के तमाम कोलियरियों में लोकल सेल के असंगठित मजदूरों को पीकिंग ब्रेकिंग जो पैसा मिलता है वह यहाँ के तमाम असंगठित मजदूरों को दिया जाएगा।
असंगठित मजदूर का नहीं आजसु टीम की हुई बैठक: दिनेश
असंगठित मजदूर संघ के संरक्षक दिनेश रवानी ने बताया कि इस कोलियरी में 22 दंगल मजदूर है। 18 दंगल के मजदूर उनके साथ। असंगठित मजदूर के नाम पर दूसरे गुट के द्वारा जो बैठक की गई है उसमें अधिकतर आजसु पार्टी के कार्यकर्ता व समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब आजसु पार्टी के जिला अध्यक्ष मंटू महतो का भतीजा संतोष महतो द्वारा इस डंप से कोयले की लिफ्टिंग किया जा रहा था तो उस समय ये मजदूर कहाँ थे। उस समय यही मजदूर कह रहे थे कि इसमें असंगठित मजदूरों को काम नहीं मिल सकता है। आज मजदूरों को काम मिल रहा है तो विरोध कर रहे हैं।
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