सामाजिक कार्यकर्ता सतून बाबू के निधन से लोगों में छाई मायूसी, पूरे क्षेत्र में अपनी साफ छवि से अलग पहचान रखते थे सत्यानंद केशरी
चौपारण के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता सत्यानंद केशरी जिन्हें लोग आदर से सतून बाबू कहकर संबोधित करते थे, मंगलवार रात्रि में रांची स्थित मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। वे पिछले कुछ माह से बीमार चल रहे थे। केशरी के निधन की खबर से क्षेत्र के उन्हें जानने वालों में शोक की लहर दौड़ गयी।
पूरे क्षेत्र में लोगों की मदद, शांत व मृदुभाषी स्वभाव के कारण वे लोकप्रिय थे। उनके निधन पर जहाँ सांसद जयंत सिन्हा, विधायक उमा शंकर अकेला सहित राजनैतिक, सामाजिक व शैक्षणिक जगत के लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त किया। वहीं पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने उन्हें अपने बड़े भाई बताते हुये अपना सच्चा मार्गदर्शक बताया।
उन्होंने इस बाबत कहा कि सतून बाबू उनके राजनीति के प्रारंभिक काल से उनके लिये मार्गदर्शक की भूमिका में रहे। सतून बाबू एक व्यवसायी भी थे जिससे वजह से चौपारण बाजार के दुकानदारों ने भी शोक व्यक्त करते हुये उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।
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