बन्द समर्थक व कम्पनी समर्थक भिड़े, जमकर हुई पत्थरबाजी , काई राउंड गोलियाँ भी चली
बासुदेवपुर कोलियर में संचालित संजय उद्योग आउटसोर्सिंग कंपनी में शुक्रवार को बन्द समर्थक व कम्पनी समर्थक भिड़ गए। दोनों ओर से जमकर पत्थर बाजी हुई। काई राउंड गोलियाँ भी चली। पारम्परिक हथियार लहराए गए। भिड़ंत में किसी की घायल होने की सूचना नहीं है। दोनों एक दूसरे पर गोली चलाने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि केंदुआडीह पुलिस फायरिंग की घटना से इनकार कर रही है। बंदी में शामिल असंगठित मजदूर कॉंग्रेस इंटक के जिलाध्यक्ष बिरेन्द्र पासवान को हिरसत में ले लिया गया।हालांकि क़रीब 1 घण्टे बाद छोड़ दिया गया।ज्ञात हो कि अंसगठित मजदूर कॉंग्रेस के द्वारा शुक्रवार को कम्पनी का चक्काजाम आन्दोल था।
असंगठित कॉंग्रेस की ओर से रोजगार, प्रदूषण, न्यूनतम वेतन पुनर्वास सहित मांग को लेकर जिला प्रशासन सहित प्रशासनिक व बीसीसीएल के अधिकारियों को नोटिस दी गई थी। बावजूद घटना के समय पुलिस का एक भी जवान मौजूद नहीं थे। कोई दंडाधिकारी में मौजूद नहीं रहा।
बिरेन्द्र पासवान का आरोप है कि कम्पनी ने गुंडों से प्रिप्लानिंग हमला करवाया है।वहीं कम्पनी के जीएम रवि चलना ने कहा कि 75 संग़ठन द्वारा लेटर हेड पर नियोजन की आड़ में रंगदारी मांगी जा रही है। स्थानीय बेरोजगारों को नियोजन दे दिया गया है। कम्पनी में काम कर रहे मजदूरों ने बन्द समर्थकों का विरोध किया है।गोली बन्द समर्थकों के तरफ से चली है। कम्पनी का हमले से कोई लेना देना नहीं है।
मामले में बीरेन्द्र पासवान ने केन्दुआडीह पुलिस को लिखित शिकायत देकर कंपनी प्रबंधक के बुलाए गुंडो द्वारा बंद समर्थकों जिसमें महिलायेंं भी शामिल थी, उनके साथ मारपीट करने, अभद्रता करने, कॉंग्रेस व इंटक का झंडा फाड़ देने ,धमकी देने व गोली चलाने का आरोप लगाया है ।
केन्दुआडीह थाना प्रभारी वीर कुमार ने कहा कि बंद समर्थक को अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बंदी की अनुमति नहीं मिली थी ,वेलोग रिसिविंग को ही अनुमति समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं है ।आउटसोर्सिंग में रोजगार के जुड़े लोगों ने बंद समर्थकों का विरोध किया है ।फायरिंग की जानकारी नहीं है ।बंद समर्थक बीरेन्द्र पासवान द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है जाँच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी
बन्द समर्थक के तरफ फायरिंग, कम्पनी
आउटसोर्सिंग के जीएम रवि कुमार चलाना ने कहा कि बंद समर्थकों द्वारा गोली बंदूक चलाया गया है ।वे लोग जबरदस्ती काम बंद कराने आए थे जिसका कंपनी में काम कर रहे मजदूरों ने विरोध किया ।बंद समर्थक सिर्फ रंगदारी के लिए ऐसा कर रहे हैं ।उन्होंने बीरेन्द्र पासवान को धमकी देने वाले आरोप को बेबुनियाद बताया है ।उन्होंने कहा कि उनके पास बीरेन्द्र पासवान के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है।
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