यास के प्रभाव से जलमग्न हुआ साहिबगंज, निचले इलाकों के लोगों को सताने लगी महामारी की चिंता
साहिबगंज। चक्रवाती तूफान “यास’ के प्रभाव से साहिबगंज जिले में लगातार हुई दो दिनों की बारिश के कारण लोगों का जीवन पूरा अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के अधिकतर इलाके जलमग्न हो गए, शहर के निचले इलाकों में यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। लोग अपनी-अपनी घरों की छतों पर दुबके रहे। प्रशासन और राहत टीम ने उन लोगों की मदद की ओर उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया गया।
हालांकि बाद में जिले के उपायुक्त रामनिवास यादव द्वारा जलमग्न हुए इलाकों और यास से प्रभावित हुए लोगों का जायजा लिया गया, और उनमें राहत सामग्री बाँटी गई और उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया गया। शहर में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश और शुक्रवार को पहाड़ से अचानक पानी उतरने के कारण शहर के झरना कॉलोनी कॉलेज रोड, हबीपुर, शास्त्री नगर, जयप्रकाश चौक, टमटम स्टैंड, चानन, कबूतर खोपी, मदनशाही और लोहंडा जैसे निचले इलाके बहुत ज्यादा प्रभावित हुए। तेज रफ्तार से आती हुई पानी के कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो चुका था। तेज बहाव के कारण बहुत सारे मोटरसाइकिल, साइकिल इत्यदि उसमें बह गए। बहाव इतना ज्यादा तेज़ था कि उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर के साहिबगंज महाविद्यालय का दीवार टूट कर गिर गया और छात्रावास सहित पूरा कॉलेज जलमग्न हो गया।
अब वैसे इलाके जहाँ जल जमाव हुआ है। अब वहाँ पर लोगों को महामारी की समस्या सताने लगी है। जो कि एक चिंता का विषय है। बता दें कि यास चक्रवात वर्ष 2021 का बंगाल की खाड़ी से उठा पहला चक्रवात था, जिसका नामकरण ओमान देश ने किया था। यास का शाब्दिक अर्थ है निराशा और सचमुच इस यास चक्रवात ने पूरे देश को निराश ही किया।
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