आरपीएफ़, रेलकर्मी और तृणमूल नेता मिलकर वसूलते थे रंगदारी
रानीगंज (14/12/2017) बीते रात से रानीगंज रेलवे साइडिंग में रंगदारी वसूलने के आरोप में हंगामा चलता रहा. सुबह जब यह मामला प्रकाश में आया और श्रमिकों का विरोध हुआ तो रंगदारी के नाम पर वसूलने वाले मैदान छोड़कर भाग निकले ।
बालू की ढुलाई में लेते थे रंगदारी
सूत्रों के मुताबिक रानीगंज के रेलवे साइडिंग में इन दिनों रेक के माध्यम से बालू की ढुलाई और यहां से अन्य प्रांतों को बालू की सप्लाई की जा रही है। यहां प्रत्येक दिन लगभग 42 वैगन का रेक रोज लगता है । प्रत्येक वैगन में बालू की लदाई करने के लिए 3200 रु. का प्रावधान है । लेकिन 3200 रु.की जगह श्रमिकों को मात्र 2500 रु. ही दी जा रही थी। इसके लिए यहां के दबंग कई नेता मिलकर इस काम को अंजाम देते थे और प्रत्येक रेक पर लगभग 21000 रु. की वसूली की जाती थी, जिसका कल श्रमिकों ने विरोध खुलकर करते हुए रानीगंज के स्टेशन मास्टर बीके सिंह का घेराव कर डाला और आरोप लगाया कि रेल सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत से तृणमूल कांग्रेस के कथित नेतागण एवं रेलवे के कई सहकर्मियों की सहयोग से श्रमिकों का शोषण हो रहा है ।
स्टेशन मास्टर वीके सिंह ने की कार्यवाही
स्टेशन मास्टर वीके सिंह ने गंभीरतापूर्वक मामले को लिया और श्रमिकों को पुनः उनका उचित ढुलाई की रकम प्रत्येक वागन पर 3200 रु. मिलने लगी, स्थानीय श्रमिकों का आरोप है कि यहां के तृणमूल कांग्रेस के एक नेता दीपक बाउरी के माध्यम से ही यह रकम की वसूली की जाती रही। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष आलोक बसु ने कहा ऐसे किसी मामला की हमें जानकारी नहीं है यदि तृणमूल कांग्रेस के विरोध में कोई भी व्यक्ति गलत काम करता तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी.
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