रानीगंज बाजार में छाई मंदी से व्यावसाई हताश
रानीगंज -रानीगंज के बड़ा बाजार लंबू गली में बीते बुधवार को हुई डकैती की घटना एवं इस घटना मैं घायल स्वर्ण व्यवसाई अरुप दे तथा डकैतों की गोली से घायल कपड़ा व्यवसाई झन्टू राय की मौत के पश्चात रानीगंज बाजार में मंदी छाई हुई है। दुकानदारों का कहना है कि लोग आतंक से रानीगंज बाजार में मार्केटिंग करने में आने से डर रहे है। जबकि पहले पैदल रानीगंज के बड़ा बाजार, सीआर रोड, मारवाड़ी पट्टी इलाके में चलना भी मुश्किल हो जाता था. आज ग्राहकों की कमी से सुनसान की स्थिति है। हालांकि घायल अरुप दे की स्थिति में सुधार है। लेकिन अरूप दे के सोने चांदी की दुकान रानीगंज ज्वैलर्स फ़िलहाल बंद ही चल रहा है एवं दुकान के बाहर नोटिस लगी हुई है कि दुकान अनिर्दिष्ट समय के लिए बंद रहेगा। बाजार की स्थिति को लेकर कपड़ा व्यवसाई रमेश लोयलका का कहना है कि लग्न का समय है और बाजार में ग्राहक नहीं है। यह स्थिति बीते 1 माह से अधिक समय से चल रही है। उन्होंने बताया कि रानीगंज का बाजार कोयलांचल के ग्राहकों पर निर्भर है, लेकिन लोगों में बीते मार्च माह के अंतिम सप्ताह में रानीगंज में हुई हिंसा की घटना से बाजार वैसे ही चौपट हो चुकी थी पर बाजार थोड़ी-बहुत उठ रही थी,और डकैती की घटना से बाजार एकदम ठप्प हो गई है। ग्राहकों का आना एकदम से कम हो गया है। जितनी बिक्री होती थी उसकी चार आना बिक्री अभी हो रही है। सोना-चांदी आभूषण व्यावसाई सुनील नंदी ने बताया कि उनके दुकान के बगल के दुकान में डकैती की घटना हुई थी, जिसके कारण लोगों के मन में अभी भी भय है। भय के कारण बाजार में काफी मंदी आ गई है, जबकि लगन का बाजार है। घायल हुए रानीगंज ज्वैलर्स के मालिक अरूप दे के भाई अनूप दे ने बताया कि फिलहाल भाई अरूप दे की स्थिति में सुधार है। चैंबर के अध्यक्ष सन्दीप भलोटिया ने कहा कि हम लोग प्रयास में है कि रानीगंज बाजार में रौनक फिर से लौट आये।
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