चार दिन से बिना बिजली के अपने घर में कैद हैं लोग और मरम्मत करने वाले मिस्त्री के पास समय नहीं है
लोयाबाद 7 नंबर सहित आसपास के लोग चार दिन से अंधेरे में है। चार दिन पहले आई तेज आँधीपानी ने करीब 5 हजार लोगों का जीना दूभर कर दिया है। लोग प्रबन्धन से गुहार लगा कर थक गए। कहा जा रहा है कि आँधी में यहाँ का स्वीच बलाष्ट कर गया है। 8 सौ एम्पियर स्वीच बदलने के लिए स्वीच मंगवाया गया है लेकिन मिस्त्री के पास समय नहीं है। मिस्त्री दूसरे कार्यों का हवाला देकर बिजली मरम्मति का वक्त टालते जा रहे हैं।
बातया जाता है कि चार दिन पहले तेज आँधी और बारिश के कारण के बिजली सप्लाई के मेन स्वीच में जोरदार आवाज हुआ था। तब बीसीसीएल कर्मियों को समझ में नहीं आया और 24 घण्टे तक बासदेवपुर कोलियरी में सिर्फ फॉल्ट ही नहीं ढूंढते रहे बल्कि हाईंटेंशन तार की मरम्मति भी करते हुए शुक्रवार दिनभर फॉल्ट ढूंढते रहे। और जब गड़बड़ी का पता चल गया है तो अब उसे मरम्मत करने के लिए मिस्त्री के पास समय नहीं है । शुक्रवार को गड़बड़ी पता चलने के खबर बनाने के दिन सोमवार तक इसे मरम्मत करने के लिए कोई मिस्त्री उपलब्ध नहीं हो पाया ।
इस लॉक डाउन के कारण लोग अपने घरों में कैद हैं और उसपर यदि बिजली न रहे तो यह घर में रहना कितना मुश्किल है इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है ।
प्रशासन को करना चाहिए हस्तक्षेप
इतने गंभीर परिस्थिति के बावजूद मिजली मरम्मत के लिए मिस्त्री के पास समय का न होना बहुत बड़ी गैर जिम्मेदाराना रवैया है और जान-बूझकर आम लोगों को कष्ट देने की कोशिश है । इस मामले में प्रशासन को भी हस्तक्षेप करना चाहिए क्योंकि लॉकडाउन का पालन करवाना उनकी ज़िम्मेदारी है और इस लॉकडाउन में लोग अपने घर में शांति से रह पाएँ यह सुनिश्चित करना भी उनकी ही ज़िम्मेदारी है ।
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