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चिरेका में स्थापित ऑक्सीजन संयंत्र का उद्घाटन

चित्तरंजन/ सालानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषिकेश से वेबलिंक टेलिकास्ट के माध्यम से 07 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री केयर फ़ंड से स्थापित नवनिर्मित प्रत्येक राज्य एवं प्रत्येक केंद्र शासित प्रदेश में एक-एकपीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया। चिरेका में स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ डॉ.सुभाष सरकार, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री, भारत सरकारवेबलिंक के द्वारा, विधान उपाध्याय, विधायक, बाराबनी ने किया। इस मौके पर सतीश कुमार कश्यप, महाप्रबंधक/चिरेका सहित वरीय अधिकारियों के साथ-साथ चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी और कर्मचारियों की टीम उपस्थितथी।

इसके पश्चात अप्राह्न में, डॉ.सुभाष सरकार,केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री, भारत सरकार नेचिरेकादौराकिया। उन्होंने कस्तूरबागाँधी अस्पताल चिरेका में स्थापित ऑक्सीज़न प्लांट का दौरा किया तथा ऑक्सीज़न संयंत्र के सफल निर्माण के लिए चिरेका महाप्रबंधक, चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ के प्रयासों की भी सराहना की।

अपने दौरे के दौरान, मंत्री महोदय नेचिरेका उत्पादित रेलइंजनडब्लूएजी एचसी 33289 को चिरेका से झंडी दिखाकर रवाना किया और चिरेका द्वारा विद्युत रेलइंजन उत्पादन में विश्व में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए कश्यप और चिरेका परिवार के समर्पित सेवा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि चिरेका वर्ल्ड में विद्युत रेलइंजन उत्पादन के सूची में शीर्ष पर विराजमान है।

पीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांटकातकनीकीविशेषताएं:

यह पीएसए आधारित ऑक्सीजन प्लांट 570 लीटर/मिनट मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन उत्पन्न करेगा जो प्रतिदिन 117 जंबो ऑक्सीजन सिलिंडर के बराबर है। यह प्रणाली प्रत्याशित तीसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग और आइसीयू और ओटी में दिन-प्रतिदिन ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरी करेगी।

इस पीएसएतकनीक के पीछे तीन प्रमुख प्रौद्योगिकियाँ काम करती हैं जैसे प्रक्रिया के लिए दबाव-उन्नत दबाव की आवश्यकता होती है, आमतौर पर 4-8 बार

ii) स्विंग-जब एक बर्तन पर दबाव डाला जा रहा है, तो दूसरे बर्तन को डिप्रेस किया जा रहा है।

iii) सोखना-वायुमंडलीय वायु का पृथक्करण पीएसए सिद्धांत के साथ किया जाता है; सोखना प्रक्रिया के माध्यम से ऑक्सीजन को हवा से अलग किया जाता है। जिओलाइट के साथ दो दबाव वाले बर्तन अन्य गैसों से ऑक्सीजन को अलग करने के लिए निरंतर उत्पादन सुनिश्चित करते हैं।

लाभ की दृष्टि से, पीएसए प्रौद्योगिकी की प्रक्रिया एक अत्यंत स्वच्छ संचालन है। वायु ही एकमात्र ‘कच्चा माल’ है। यह ऑक्सीजन ऑनसाइट, पसंद का समय और वरीयता की मात्रा और गुणवत्ता में उत्पन्न कर सकता है अब बाहरी आपूर्तिकर्ताओं के लिए इंतजार नहीं करना या ऑक्सीजन के लिए अधिक कीमत चुकाना नहीं है। पीएसए ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए एक लागत प्रभावी प्रक्रिया है। 93+/ -3% की शुद्धता के साथ ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति प्रदान करने के लिए पीएसए प्रक्रिया को लगातार दोहराया जाता है।

Last updated: अक्टूबर 8th, 2021 by Guljar Khan
Guljar Khan
Correspondent : Salanpur/Chittranjan/Barabani (Pashchim Bardhman: West Bengal)
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