शिक्षक दिवस के अवसर पर अंडाल हिन्दू हिंदी विद्यालय के पूर्व हिन्दी साहित्य के अध्यापक रहे सूरज नाथ दूबे जी की याद में सम्मान समारोह एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
5 सितंबर को प्रत्येक वर्ष पूरे भारत में टीचर्स डे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों में तरह-तरह के कार्यक्रम होते हैं । एक शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में खास महत्त्व होता है। कहा जाता है कि किसी भी बच्चे के लिए सबसे पहले स्थान पर उसके माता-पिता और फिर दूसरे स्थान पर शिक्षक होता है। शिक्षक एक बच्चे के भविष्य में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। एक शिक्षक के बिना किसी भी व्यक्ति का जीवन अधूरा रहता है।
इस अवसर पर अंडाल हिन्दू हिंदी विद्यालय के पूर्व हिन्दी साहित्य के अध्यापक रहे सूरज नाथ दूबे जी की याद में उनके पुत्र पिंटू दूबे द्वारा एक पतियोगिता का आयोजन किया गया, उनके द्वारा लिखी गई एक पुस्तक ‘सूर्य से अमरावती तक’ हिंदी जिसमें अंडाल के सभी शिक्षकों का सम्मान किया गया। उन्होंने बताया उनके पिता द्वारा तीन पीढ़ी को शिक्षा प्रदान की गई, उन्हीं की याद में एक शिक्षक सम्मान समारोह के साथ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में अव्वल रहे प्रथम स्थान प्राप्त पुतुल रीना कुमारी, द्वितीय स्थान प्राप्त अभिनय ग्रुप, तृतीय स्थान प्राप्त राहुल महतो छात्र को प्रोत्साहन हेतु पुरस्कृत किया गया।
इस अवशर पर विभिन्न तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम के संचालक विजय आर्य और विजय दास दीपक यादव और अध्यक्ष अतेश्याम अहमद जज के रूप में उपस्थित थे। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रोफेसर राजेंद्र साव बीबी कॉलेज, प्रोफेसर मुकेश्वर रजक , आरएन आचार्य, डीएन गोस्वामी , अभिनव वर्मा, विनोद पांडे, उपस्थित थें।
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View