एक बार फिर विवादों में नारायणा स्कूल , 11 शिक्षक एक साथ इस्तीफा देने पहुंचे
दुर्गापुर: नारायणा स्कूल में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है कभी टीचरों के साथ मैनेजमेंट का झड़प तो कभी छात्रों के संग मैनेजमेंट का। यह सिलसिला चलता आ रहा है । आज भी सुबह नारायणा स्कूल में 11 टीचर एक साथ मिलकर प्रिंसिपल को त्याग पत्र देने के लिए पहुंचे जिससे पूरे स्कूल प्रबंधन पर सवालिया निशान लगा दिया है। प्रिंसिपल ने शिक्षकों से 1 घंटा का समय मांगा और उसके बाद घटना की जानकारी मैनेजमेंट को दी। मैनेजमेंट ने कुछ दिन का समय मांगा है।
विद्यार्थी लाने का दबाव शिक्षकों पर
टीचरों ने पत्रकार से बात करते हुए कहां की मैनेजमेंट की ओर से टीचरों पर दवाब दिया जा रहा है कि उन्हें नलहाटी बीरभूम आद्रा आदि जगहों से लड़का पकड़ कर लाना होगा वहां रात में ठहरकर । इसके साथ पेमेंट बढ़ाने की बात कही गई थी मगर पेमेंट की वृद्धि नहीं हो रही है। उन लोगों को सुबह से ही रात 8:00 बजे तक स्कूल प्रांगण में काम करना पड़ रहा है। कम पेमेंट पर। इसलिए वह लोग आज प्रिंसिपल के पास रिजाइन लेटर देने के लिए गए थे ।
प्रिंसिपल मैडम बहुत ही अच्छी है मगर मैनेजमेंट का रवैया बहुत ही खराब
प्रिंसिपल असीमा सिंह चौधरी ने बताया कि स्कूल में पहले भी जुलाई महीने की 8 तारीख को छात्रों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी । इसमें स्कूल के 12 बस को तोड़ा गया था तथा स्कूल के सभी कंप्यूटरों को भी तोड़ दिया गया था। उस घटना से अभी तक स्कूल उभरकर नहीं आया है। हम लोग इस तरह की बात नहीं कर सकते हैं। क्योंकि पहले ही कहा गया है कि टीचरों को अभिभावकों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा। तभी स्कूल में बच्चे आएंगे। टीचर रिजाइन देने के लिए आए थे । समझा-बुझाकर उन लोगों को कहा गया है कि थोड़ा समय दीजिए सब ठीक हो जाएगा। टीचर साथी भट्टाचार्य ने कहा कि प्रिंसिपल मैडम बहुत ही अच्छी है मगर मैनेजमेंट का रवैया बहुत ही खराब है। जब तक हम लोगों की बातें नहीं सुनी जाएगी हम लोग अपने जगह से नहीं हटेंगे ।
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