पार्क से कवि नज़रुल की प्रतिमा चोरी, लोग हतप्रभ
न्यूरोड स्थित नजरूल पार्क से विद्रोही कवि काजी नजरुल इस्लाम की प्रतिमा चोरी हो जाने की काफी निंदा हो रही है। साथ ही लोगों में आश्चर्य का विषय बना हुया है। स्थानीय पार्षद बादल पुईतुंडी ने इसे निंदनीय घटना बताते हुए नियामतपुर पुलिस को सूचना दी। नियामतपुर पुलिस निरीक्षण को नज़रुल पार्क पहुँची और जल्द ही घटना पर से पर्दा उठाने की बात कही।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार नज़रुल पार्क के समीप रहने वाले कुछ लोगों ने बुधवार की सुबह पार्क से कवि की प्रतिमा गायब देखकर अचंभित रह गए। जिसके बाद उनलोगों ने पार्षद को जानकारी दी। पार्षद आदिनाथ पुईतुंडी फौरन नज़रुल पार्क पहुँचे और विक्षोभ दिखाया।
उन्होंने कहा कवि नज़रुल इस्लाम बंगाल के आदर्श और अदरणीय है, उनकी प्रतिमा चोरी करना काफी निंदनीय कार्य है। उन्होंने पुलिस से इसपर तत्काल कार्यावाई का अनुरोध किया। जिसके बाद नियामतपुर पुलिस भी हरकत में आई और फौरन जाँच में जुट गई है। उल्लेखनीय है कि नियामतपुर न्यू रोड स्थित नजरूल पार्क की देखरेख का जिम्मा नियामतपुर ट्रक ऑनर एशोसिएशन का है।
लेकिन कुछ दिनों से पार्क स्थित एशोसिएशन का कार्यालय भी बंद पड़ा है। जिससे पार्क में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होने लगा है। आज जाँच के दौरान पार्क परिसर से पुलिस ने कई खाली शराब के बोतले भी बरामद की है। एशोसिएशन के सपन चटर्जी ने बताया कि प्रतिमा चोरी होने की घटना ने उन्हें काफी आहत किया है। आखिर प्रतिमा चोरी होने की खबर से सभी हस्तप्रभ है, कोई क्यो इस तरह की हरकत करेगा? इसपर पुलिस को गंभीरता से एवं हर पहलू से जाँच करनी चाहिए।
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