झारखंड आंदोलनकारी नेता कामरेड नंद किशोर सिंह हुए सम्मानित
प्रखंड के ताजपुर पंचायत ग्राम पपरो के 75 वर्षीय झारखंड आंदोलनकारी नेता कामरेड नंदकिशोर सिंह तथा करमा स्व गुलजार हवारी की पत्नी अमाना खातून को सम्मानित किया गया। बरही पूर्वी पंचायत के सचिवालय में समारोह आयोजित कर किया गया। सम्मान पुरस्कार झारखंड आंदोलकारी भुनेश्वर महतो तथा पुस्कर महतो के हाथों किया गया। सम्मान समारोह में कामरेड नंदकिशोर सिंह ने कहा कि 1980 तक की राजनीति तथा वर्तमान में दो दशक की राजनीति में बहुत बदलाव हुआ है। कामरेड 1971 से सीपीआई से जुड़ कर 1995 तक अंचल सचिव के पद रहकर क्षेत्र में कई जनहित के विकास कर समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करते रहे। कामरेड के नेतृत्व में चौपारण से भी झारखंड आंदोलन की आग लगी थी। जिसके कारण कई बार कामरेड को जेल भी जाना पड़ा था। कामरेड ने कहा कि जिस उद्देश्यों तथा लक्ष्य के लिए आंदोलन हुई और बिहार से कट कर अलग झारखंड राज्य तो बना लेकिन नए राज्य झारखंड के विकास शून्य रहा। कहा झारखंड में झामुमो हो या अन्य पार्टी जिसे मौका मिला पहले झारखंड की संपत्ति लूटने में आगे रहा। सीपीआई के सपने भी आज तक अधूरा रहा। समारोह के बाद बरही में रांची के सांसद संजय सेठ का पुतला दहन किया गया। इस सम्बंध में कामरेड नेता पुष्कर महतो ने कहा कि रांची के बिरसा चौक के समीप कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा की चोरी सांसद संजय सेठ ने करवाया था। सांसद संजय सेठ हमेशा झारखंड विरोधी काम करते थे। समारोह में सीपीआई नेता सह बरही अनुमंडल पत्रकार परिषद संरक्षक जावेद इस्लाम, झारखंड आंदोलन कारी बद्री सिंह, उमाकांत सिन्हा, राजा राम मांझी, राजकुमार रविदास सहित कई लोग उपस्थित थे।
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