भाजपा पर लाठी बरसाने की होड़ में पत्रकार की गरिमा भी भूल गए थाना प्रभारी
सालानपुर । आसनसोल नार्थ थाना प्रभारी शांतनु अधिकारी ने रविवार को अपना गुस्से ठीकरा एक पत्रकार पर फोड़ दिया और घटना की फोटो खीच रहे पत्रकार उत्पल पातर से जबरन उनका फ़ोन छीन लिया, हालाँकि वरीय अधिकारियों को घटना की सूचना मिलते ही उन्होंने पुनः फ़ोन लौटा दिया ।
पुलिस की इस कृत्य से पत्रकारों में रोष व्याप्त है । आसनसोल सांसद सह केन्द्रीय मंत्री की अगुवाई में निकाली गयी भाजपा रैली से पुलिस की झड़प और आसनसोल नार्थ थाना प्रभारी शांतनु अधिकारी पर हमला के बाद उन्होंने पत्रकार से भी बदसलूकी की भरी भीड़ में एक पत्रकार से उसका फ़ोन छीन लेना अधिकारी की तानाशाही और पत्रकार की गरिमा की हनन उजागर करती है ।
मामले को लेकर पत्रकार उत्पल पातर ने कहा सभी अधिकारी फ़ोन लौटा देने की बात कही किन्तु किसी ने भी अधिकारी की इस कृत्य और मनमानी की निंदा नहीं की है । उन्होंने कहा कि पुलिस जब मदनपुर में पाँच भाजपा कर्मी को हिरासत में ले रही थी, तब वे फोटो खीच रहे थे, जिससे शांतनु अधिकारी भड़क गए और उनका फ़ोन छीन लिया उनका तानाशाही रवैया को सभी ने देखा । भारी पुलिस बल और रैफ की अगुवाई कर रहे अधिकारी ने लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ को वर्दी की रुवाब से आखिरकार रूबरू करा ही दिया । बाद में पत्रकार को नहीं पहचान पाने की हवाला देकर फ़ोन लौटा दिया । किन्तु पत्रकार ने कहा कि उस अधिकारी से वर्षों से जान पहचान है ।
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