केंद्र सरकार और कोल इंडिया के खिलाफ एकजुट हुए श्रमिक
केंद्र सरकार और कोल इंडिया से नाराज श्रमिक
जामुड़िया -ईसीएल के श्रीपुर क्षेत्रीय कार्यालय का गुरुवार को मुख्य द्वार बंद कर विभिन्न श्रमिक संगठनों ने विरोध सभा की. केंद्र सरकार और सीआईएल द्वारा कोलियरियो को बंद करने की नोटिस और स्थानीय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए यह विरोध सभा की गई. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि काजोड़ा तथा सातग्राम एरिया कि दो कोलियरी और सोदपुर एरिया कि 6 कोलियरियो एवं अन्य को बंद करने का नोटिस केंद्र सरकार के आदेश पर कोल इंडिया प्रबंधन ने दिया है, जिसका सभी ट्रेड यूनियन विरोध करता है. उन्होंने कहा कि कोयला क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण होने के बाद से ईसीएल की अबतक 128 कोलियरियो को बंद किया जा चुका है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जायेगा. क्योंकि अभी 16 कोलियरियो को बंद करने की शाजिस हो रही है, आगे और भी कोलियरी को बंद कर दिया जायेगा और एक दिन ऐसा आएगा कि हम श्रमिकों का स्थानंतरण के लिए भी कोलियरी नहीं बचेगी और धीरे-धीरे सभी कोलियरियो को निजी हाथो में बेच दिया जायेगा.
ईसीएल में भावी हो रही ठेकेदार प्रथा
उन्होंने कहा कि अभी कुछ क्षेत्र में ओसीपी शुरू की गई है, जहाँ अधिकांश कार्य ठेकेदारो द्वारा किया जा रहा है यानि अब कोलियरियो में ठेकेदार प्रथा लागू हो रही है, तो हमलोगों का अधिकार ही ख़त्म हो जायेगा. वक्ताओ ने श्रमिकों से आह्वान किया कि यदि ईसीएल को बचाना है और अपने अधिकारों की रक्षा करनी है तो सभी को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा और केंद्र सरकार तथा कोल इंडिया प्रबंधन को बाध्य करना होगा कि वे कोयला क्षेत्र का निजीकरण ना करे. नहीं तो पूरे देश में वृहद आन्दोलन होगा. इस दौरान एचएमएस के एसके पांडे, शबे आलम, आईएनटीटीयूसी (केकेएससी) के हरेराम सिंह, सीटू के विवेक होम, जेके श्रीवास्तव, बीएमएस के तापस चक्रवर्ती, केएमसी के राकेश सिंह आदि उपस्थित थे.
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