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वर्षों से रेलवे की जमीन पर रह रहे लोगों को रेलवे ने बल पूर्वक हटाया
धनबाद-वर्षों से रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से रह रहे लोगों को आरपीएफ ने बल पूर्वक हटाया।धनबाद रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर छाई गद्दे पर कई दशकों से रह रहे लोगों को रेलवे ने आरपीएफ व आरपीएसएफ ने संयुक्त रूप से अभियान चला कर कड़ाई से खाली करवाया। वहाँ रह रहे लोगों का आरोप है कि वो लोग वर्षों से रह रहे है। उनके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड व मतदाता पहचान पात्र भी यहाँ का बना हुआ है। वो हर वर्ष मतदान भी करते है। उसके बाद भी उन्हें खाली करवाया जा रहा है। आज कोई भी जनप्रतिनिधि उनकी मदद को नहीं आया। अब वो कहा जायेंगे।
सड़क पूरी तरह से तालाब में तब्दील, स्थानीय लोग सड़क पर ही मछली मारने लगे
धनबाद : धनबाद नगर निगम प्रतिदिन विकास की बड़ी बड़ी बात करती है पर धरातल पर कुछ और ही नज़र आता है। यह कोई तालाब नहीं बल्कि यह है निगम की लापरवाही का नतीजा। जहाँ सड़क पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो चुका है। स्थानीय लोगों ने पार्षद व जनप्रतिनिधियों को नींद से जगाने के लिए सड़क पर ही मछली मारने निकल पड़े। धनबाद नगर निगम की वार्ड 18 पांडरपाला की यह सड़क काफी समय से ख़राब है। यंहा सालों भर जल जमाव की स्थिति बनी रहती है। यंहा जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के समय आते है और बड़े बड़े वादे कर चलते बनते है। और स्थिति जस की तस बनी रहती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सम्बन्ध में नगर आयुक्त समेत पार्षद व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया है। पर किसी ने अभी तक ध्यान आकृष्ट नहीं किया।
उपायुक्त ने 80 एकड़ जमीन एनजीओ से वापस लेने का आदेश दिया
धनबाद : गोविन्दपुर में फ्लोरीकल्चर में लगाए गए एनजीओ को धनबाद उपायुक्त ऐ दोड्डे ने ब्लैक लिस्ट कर उससे डीआरडीए द्वारा हस्तांतरित 80 एकड़ जमीन को वापस लेने का आदेश गोविन्दपुर वीडियो को दिया है।उपायुक्त आज प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण करने के लिए गोविन्दपुर पहुँचे थे। वहीं पर प्रखंड निरीक्षण के दरम्यान उन्होंने पाया कि लगभग 80 एकड़ जमीन में लगभग 10 वर्ष पूर्व की गई फ्लोरीकल्चर आज पूरी तरह से मरणासन्न हो चुका है। और जमीन अभी भी एनजीओ के कब्जे में है साथ ही जमीन के अंदर बने भवन भी उसी के कब्जे में है।ऐसे में उपायुक्त ने नाराजगी जताते हुए डीआरडीए निदेशक को आदेश दिया कि जल्द से जल्द एनजीओ से जमीन को वापस लिया जाए। साथ ही प्रखंड कार्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि तमाम जो रिकॉर्ड थे वह बेहतर तरीके से मेंटेन किए गए थे। इसके लिए वीडियो को उन्होंने शाबाशी भी दी। उसके बाद में निर्माणाधीन प्रखंड कार्यालय का भी निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सेविका चयन प्रक्रिया में धांधली का आरोप
धनबाद -झारखंड के कोडरमा जिलेके मरकच्चो प्रखंड में आंगनवाड़ी केंद्र धुबाडीह में मसोमात महेश्वरी देवी नामक विधवा महिलाओं को सेविका चयन प्रक्रिया में धांधली कर असंवैधानिक तरीके से इन के बदले किसी और के चयन का मामला प्रकाश में आया है.मरकच्चो प्रखंड आंगनबाड़ी धुबाडीह (2) ऊपर टोला कोड संख्या 128, जो वर्ष2017 मार्च तक सर्वे के आधार पर अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र था जब वर्ष 2017 को सेविका चयन का मामला आया तो फर्जी तरीके से पोषक क्षेत्र बनाकर क्षेत्र को पिछड़ी जाति का क्षेत्र बना दिया गया. जिसमें अनुसूचित जाति के ही 362 व्यक्तियों को पिछड़ी जाति के लिस्ट में जोड़ा गया. जब इसकी शिकायत महेश्वरी देवी ने ऑल इंडिया एंटी करप्शन क्राइम कंट्रोल के इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर अमित मोदक से की. जिसके बाद संस्था द्वारा आरटीआईकिया गया. आरटीआई में यह खुलासा हुआ की बहुत सारे फेरबदल करके अनुसूचित जाति के ही 362 व्यक्तियों को पिछड़ी जाति के लिस्ट में जोड़ा गया है. यह मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद तक गया. मुख्यमंत्री जनसंवाद से इस मामले को बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को देकर जाँच का आदेश दिया गया. जाँच में भी यह बात पता चला की चयन प्रक्रिया में धांधली हुई है. लेकिन मामले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. अमित मोदक ने कहा कि अगर राज्य सरकार ऐसे घोटाले को रोकने में सक्षम नहीं है तो वह आगे इसकी शिकायत भारत सरकार से करेगी ताकि एक दलित महिला को न्याय मिल सके.
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