लॉ कॉलेज के छात्रों ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मांग पर किया प्रर्दशन
सोमवार की सुबह को दुर्गापुर इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टाडिस के छात्रों ने गाँधी मोड़ स्थित कॉलेज प्रांगण में बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मांग पर प्रर्दशन करते हुए कॉलेज के छात्र कुणाल गुप्ता, सौरव मित्रा, इंदिरा गोस्वामी और रोहन सरकार ने बताया कि कॉलेज गेट के ऊपर काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड लगाया हुआ है, लेकिन इस कॉलेज का ऑनलाइन में देखा जा रहा है कि कॉलेज का बार काउंसिल नई दिल्ली के साथ कोई मान्यता प्राप्त नहीं है।
नया जिला और नया विश्वविद्यालय गठन होने के बाद कॉलेज ने बार काउंसिल नई दिल्ली से मान्यता नहीं ली है
कॉलेज में जिन छात्र-छात्राओं का लॉ की पढ़ाई अंतिम समय पर चल रहा है,वह अधिवक्ता का अभ्यास कैसे करेगा ! जिस कॉलेज को बार काउंसिल नई दिल्ली का मान्यता प्राप्त नहीं है, उन छात्र-छात्राओं को इनरोलमेंट नंबर नहीं मिलेगा। इससे तीन या पाँच साल का लॉ की पढ़ाई का कोई मायने नहीं रहेगा। कॉलेज प्रबंधन पश्चिम बर्द्धमान के आसनसोल काजी नजरूल विश्व विद्यालय से मान्यता की बात कह कर टाल मटोल कर रही है। इससे आने वाले समय में छात्रों का भविष्य अंधकारमय लग रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री भी इस विषय पर कुछ नहीं कर रहे है जबकि नया जिला का गठन में एक वर्ष होने को है, तो फिर नए से मान्यता देने में देरी किस बात की हो रही है।
जल्द समस्या सुलझने का आश्वासन
कॉलेज के निदेशक सुब्रतो मित्रा ने बताया कि लॉ कॉलेज की स्थापना 2006 साल में हुआ था। उस समय बर्द्धमान विश्व विद्यालय से मान्यता थी जिससे 2015 के बैच वाले छात्र –छात्राओं को डिग्री प्राप्त करने में कोई असुविधा नहीं हुई लेकिन 2015 साल में आसनसोल काजी नजरूल विश्व विद्यालय स्थापित होना और 2018 साल में पश्चिम बर्द्धमान जिला का गठन होने से कॉलेज प्रबंधन को असुविधा हुआ है। बर्द्धमान विश्व विद्यालय से आसनसोल काजी नजरूल विश्व विद्यालय प्रक्रिया में समय लग रहा है। लेकिन बहुत जल्द काजी नजरूल विश्व विद्यालय से मान्यता मिल जाएगा।
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