सप्लाई पाइप लाइन फटने से जलापूर्ति का सारा पानी बर्बाद होता जा रहा लेकिन इस कि सुध लेने वाला कोई नहीं -वार्ड पार्षद शबाना परवीन
पिछले एक महीने से जलापूर्ति बाधित है, इस का कारण प्रखंड कार्यालय के आगे और फिल्ट्रेशन प्लांट के परिसर में दो बड़े-बड़े लीकेज है जहाँ से सप्लाई होता हुआ सारा पानी बर्बाद हो रहा है। लेकिन इस को देखने वाला कोई भी नहीं है। उस रास्ते से अफसरों और जनप्रतिनिधियों का हर रोज़ आवा-गमन होता है लेकिन किसी की भी नज़र बहते हुए पानी पर नहीं जा रही है, या शायद देख कर भी अनदेखा किया जा रहा है।
ये बातें वार्ड नं08 की वार्ड पार्षद शबाना परवीन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही। वे दिनांक 05.09.2020 को फिल्ट्रेशन प्लान्ट पहुँचीं जहाँ, उन्होंने पानी की बर्बादी का तमाशा देखा। उन्हों ने कहा कि पहले अख़बारों में ख़बर छपने से अफसरों के बीच भय और ख़ौफ़ का माहौल बन जाता था और लापरवाह अफसरों पर कार्यवाही तुरंत होती थी, अख़बार की खबरों को नज़र अंदाज़ कर दिया जाता है, क्योंकि यहाँ तो “टोपी-टोपी मौसेरा भाई ” वाली कहावत लागू है। पी एच डी के पदाधिकारियों पर अब शब्दों की मार बेअसर हो चुकी है और अब शायद इन के कार्यालय में ताला बंदी करने का वक्त आ गया है। वैसे तो और भी कई विभाग हैं जहाँ ताला बंदी करने की जरूरत है, शहर की महिलायेंं पूरे आक्रोश में हैं और आंदोलन करने को तैयार हैं , बस उन्हें कोरोना काल के ख़त्म होने का इंतज़ार है। वार्ड पार्षद ने एक बार फिर अनुमंडल पदाधिकारी महोदय से अनुरोध किया है कि शहर को पानी दिलवाने में उचित कार्यवाही करें।
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