पहचान पत्र नहीं होने पर गर्भवती महिला को अस्पताल से लौटाया, मेयर परिषद सदस्य के साथ नोक-झोंक
रानीगंज -रानीगंज के आलूगोरिया स्थित ब्लॉक प्राइमरी हेल्थ सेंटर में गर्भवती महिला के आधार कार्ड ना होने के कारण चिकित्सा से वंचित किए जाने की खबर पाकर शुक्रवार को आसनसोल नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य स्वास्थ्य दिबेन्दु भगत जब ब्लॉक प्राइमरी हेल्थ केंद्र पहुँचे तो वहाँ हेल्थ ब्लॉक प्राइमरी हेल्थ नर्स अंकिता दास से इस बारे में पूछे जाने पर उल्टा जवाब देते हुए कहा कि उन्हें रानीगंज बीएमओएच के तरफ से यह आदेश दी गई है कि जब तक किसी गर्भवती महिला का आधार कार्ड या वोटर कार्ड ना हो तो उसे चिकित्सा सेवा नहीं दी जा सकेगी।
हालांकि इस मामले में जब बीएमओएच मनोज शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस तरह से उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई आदेश नहीं दिया है । दिबेन्दु भगत ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार किसी भी व्यक्ति को सरकारी स्वास्थ्य परिसेवा से विमुख नहीं किया जा सकता है उसके पास पहचान पत्र होना या ना होना या दूसरी बात है पर आधार कार्ड के ना होने पर भगत पाड़ा की रहने वाली एक महिला चाइना दास को बीते 15 दिनों से यहाँ के हेल्थ सुपरवाइजर राधारानी दस एवं हेल्थ नर्स अंकिता दास लगातार उसे चिकित्सा से वंचित कर बैरंग वापस भेज रही थी। उन्होंने कहा कि सरकारी नियम के अनुसार अगर किसी गर्भवती महिला के पास आधार कार्ड या वोटर कार्ड नहीं है तो उसे सरकार द्वारा मिलने वाली राशि प्राप्त नहीं होगी परंतु चिकित्सा से किसी भी प्रकार का वंचित नहीं कि जा सकती है।
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