सरकार हम मिडिल क्लास पर भी ध्यान दें, अरुण सिंह
क्या इंसान कि मार्केट वैल्यू ख़तम हो रही हैं या लास्ट स्टेज में जा चुकी हैं, आज के डेट में एक इंसान को दूसरे इंसान से किसी भी प्रकार कि मदद नहीं मिल पा रहा है , क्या हो गया हैं समाज का कोई भी वर्ग आगे आकर एक दूसरे से यह नहीं कह पा रहा है कि भाई आप फ़िक्र ना करें हम आपके साथ हैं।
सबकी अपनी-अपनी पीड़ा हैं किन्तु दुःख तो तब होता हैं जब अपने भी मुँह मोड़ लेते हैं या ये कहें कि जो अपने थे वे भी अब परायों जैसा वयवहार कर रहे हैं, जब से यह कोरोना आया है तब से सबके सब समाज के कई प्रबुद्ध लोग अपनी व्यवस्था में ही लगे हुए हैं, कोई भी जमीनी स्तर पर जाकर काम नहीं कर रहे हैं सच कहा जाए तो मिडिल क्लास वर्ग ही सबसे ज्यादा दुःखी कि अनुभूति कर रहा हैं क्योंकि कोई भी इस वर्ग को शुद्ध लेने वाला नहीं हैं आज मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं और क्यों ना हो क्योंकि सरकार कि ओर से सारी घोषणाये या वादे केवल दूसरों के लिए ही होती हैं, मध्यम वर्ग को कुछ भी नहीं मिलता, हैं और तो और प्रतिष्ठा जो बचानी हैँ सो अलग से तो किया इस कोरोना काल में अगर किसी पर दोहरी मार पड़ी हैँ तो वो केवल और केवल मध्यम वर्ग ही हैँ और अब वक्त आ गया हैँ कि गवर्नमेंट भी इस मध्यम वर्ग पर अवश्य ध्यान दें क्योंकि मध्यम वर्ग ही हैँ जो कि अपर और लोयर दोनों वर्ग के बीच में एक धुरी कि तरह कार्य करता हैँ,,,, आज समाज के सभी वर्ग इस कोरोना काल में प्रभावित हुए हैँ तो यह तबका ही सरकार कि सारी योजनाओं से क्यों अच्छूता रहे एक बार सरकार हम मिडिल क्लास पर भी ध्यान दें।
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