गाय चोरी की घटना में दो और पुलिस पर हमला में 4 गिरफ्तार
रविवार की सुबह को गाय चोरी की घटना में दो लोगों को स्थानीय लोगों ने पकड़ कर घर में रखा था और उसकी जमकर पिटाई भी की थी, जब पुलिस सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुँची और चोर को अपने कब्जे में लेने गए तो स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें 10 पुलिस और सिविक वॉलिंटियर पुलिस घायल हो गए थे।
घायलों को दुर्गापुर इस्पात के अस्पताल में इलाज कराया गया। इस घटना में पुलिस पर पथराव कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया और घटनास्थल से 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें सोहन सिंह, मोहन सिंह, सत्य नारायण सिंह, जगरनाथ सरकार और सौरभ विश्वास थे।
सौरभ विश्वास और सोहन सिंह को थाने से छोड़ दिया गया, बाकी तीनों को अदालत में पेश किया गया। जहाँ सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने दोनों गाय चोर को 7 दिन का रिमांड पर पुलिस को दिया, बाकी आरोपियों को जेल भेज दिया। जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह को चार गाय चोरी हुई थी। उसके बाद फिर चोर चोरी करने के लिए गाड़ी लेकर आए थे। गाय चोरी कर ले जाते समय स्थानीय लोगों ने देख लिया और दोनों को दबोच लिया, उसके बाद जमकर स्थानीय लोगों ने पिटाई भी कर दी।
घटना की सूचना पाकर दुर्गापुर थाना घटनास्थल पर पहुँची,स्थानीय लोग पुलिस को देख भड़क गए, पुलिस ने बार-बार स्थानीय लोगों को समझाया मगर स्थानीय लोगों ने उनकी बात नहीं मानी,जब पुलिस उन दोनों चोर को थाने ले जाने के लिए घर में घुसे और ले जाते वक्त पुलिस पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया और भगदड़ मच गई। पुलिस घटना के बाद स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज किया, जिससे पूरा इलाका रण क्षेत्र बन गया था। एक तरफ पत्थरबाजी दूसरी तरफ पुलिस की लाठी चल रही थी। लोग अपने-अपने घरों में भाग रहे थे।
कुछ युवक पुलिस पर भी पत्थर फेंक रहे थे। जिसमें 10 पुलिस घायल हुए। पुलिस की तरफ से कहा गया कि लोग दो गाय चोर को पकडे थे, जिसमें एक का नाम मिलन मंडल और दूसरा अमरुद शेख है। यह दोनों ही पानागढ़ के रहने वाले हैं। इसके पहले भी यह लोग गाय चोरी की है। पूरा मामला शांति से निपटाया जा रहा था, मगर कुछ युवक उग्र होकर पुलिस पर पथराव करने लगे। मजबूरन लाठी चलाना पड़ा। पुलिस ने कहा कि चोरी की घटना को सुनकर विभिन्न खटाल से लोग पहुँचने लगे और बाहरी लोगों का जमाव अधिक हो गया। इसी बीच पत्थरबाजी लोगों ने की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाहरी लोगों ने पत्थरबाजी की ओर पुलिस निर्दोष लोगों को पकड़ कर ले गई। जिन लोगों ने कुछ किया ही नहीं। पुलिस उन लोगों को पकड़ कर ले गई और घर पर भी पुलिस आ रही है पकड़ने के लिए। पुलिस घटना की जाँच कर दोषियों को पकड़े और निर्दोष लोगों को तंग ना करें। लोगों का कहना है कि पुलिस रात भर घर-घर घुसकर अभियान चला रही है और निर्दोष लोगों को पकड़ा जा रहा है। कुछ लोग इसे राजनीति का रंग देने में लगे हुए हैं।
भाजपा की ओर से दिलीप घोष दुर्गापुर पहुँचे थे। इस घटना पर उन्होंने कहा कि गाय चोरी में तृणमूल के ही लोग शामिल है साथ में है पुलिस। कहा कि ममता बनर्जी के सरकार में पुलिस खुलेआम बालू, लोहा माफिया के साथ मिलकर काम कर रही है। संदीप घोष की हत्या में भी बालू माफिया का नाम जुड़ा हुआ है और पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है, क्योंकि पुलिस पकड़ना नहीं चाहती है। हम लोगों का आंदोलन चलता रहेगा जब तक बालू माफिया साईफुल गिरफ्तार ही होता है।

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