2021 तक 300 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य : केंद्रीय इस्पात मंत्री
शुक्रवार की सुबह को दुर्गापुर के स्टील प्लांट और एलॉय स्टील प्लांट का दौरा केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी विरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रतिनिधियों का दल किए। एजुकेटिव ऑफिसर के साथ-साथ दुर्गापुर हाउस में यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। मंत्री के आगमन को लेकर आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट तथा दुर्गापुर प्रबंधन की ओर से व्यापक तैयारियाँ की गई थी। सुबह मंत्री के साथ-साथ, सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी, दुर्गापुर स्टील प्लांट के सीईओ अरिंदम दास गुप्ता के अलावा प्रतिनिधि दल उपस्थित थे।
इस्पात मंत्री चौधरी बिरेंदर सिंह दुर्गापुर में वृक्षारोपण किये, इसके बाद दुर्गापुर स्टील प्लांट के डीएसपी व्हील एंड एक्सल प्लांट गए एवं करीब आधा घंटा तक अधिकारियों से बात की. वहाँ से एलॉय स्टील प्लांट में गये और अधिकारियों से बात करते हुए जानकारी ली. वहाँ से दुर्गापुर गेस्ट हाउस में यूनियन के साथ विभिन्न समस्याओं पर आलोचना की. इस मौके पर सीटू, इंटक,आईएनटीटीयूसी, एआईंटीयूसी सहित 7 यूनियन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक के उपरांत पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंत्री श्री सिंह ने बताया कि दुर्गापुर के दौरे में प्लांट में सुरक्षा विषय पर आलोचना के साथ-साथ श्रमिकों को सुविधा दिलाने पर भी चर्चा हुई।
दुर्गापुर इस्पात संयंत्र बेहतर उत्पादन कर रहा है, 6 महीना में 18 करोड़ का लाभ हुआ है, पिछले तीन वर्षों में प्लांट का उत्पादन भी काफी अच्छा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टील के क्षेत्र में काफी प्रयास कर रहे हैं और स्टील के गुणवत्ता को बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं, 2021 तक दुर्गापुर स्टील प्लांट में करीब 300 मिलीयन टन उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है, इसके अलावा रिटायर्ड श्रमिकों की पेंशन सुविधा, अस्पताल में बेहतर सुविधा देना, इस्पात नगर के आवासों का सौंदर्यीकरण पर विशेष नजर रखी गई है।
स्टील प्लांट पिछले कुछ सालों से दुर्गापुर स्टील प्लांट घाटे में चल रही थी, नीति आयोग का रिपोर्ट को देखते हुए स्टील प्लांट में निवेश करने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन एएसपी का डीएसपी में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया था, मगर एलाय स्टील प्लांट कुछ दिनों से अच्छा उत्पादन कर रही है, इसलिए थोड़ा और समय दिया जा रहा है, दुर्गापुर इस्पात संयंत्र में रेल गाड़ी के पहिया का उत्पादन करने का ऑर्डर भी मिला है। नए उन्नत तकनीक से बीएचपी व्हील का उत्पादन जल्द शुरू किया जाएगा। दुर्गापुर इस्पात में आवश्यकता अनुसार 2700 करोड़ रुपया निवेश करने पर मंजूरी दी गई है।
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