केन्द्रीय इस्पात मंत्री के समाने ही ट्रेनी छात्र-छात्राओं पर लाठी चार्ज
केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह के समाने ही शुक्रवार की सुबह डीएसपी के ट्रेनियों के ऊपर लाठी चार्ज करने का आरोप सीआईएसएफ कर्मियों के खिलाफ लगा है. इस घटना में कई ट्रेनी जख्मी हुए हैं. जिन्हे दुर्गापुर महकमा अस्पताल ले जाया गया. मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह दुर्गापुर इस्पात संयंत्र (डीएसपी) और मिश्र इस्पात संयंत्र (एएसपी) का दौरा करने के लिए दुर्गापुर गुरुवार की रात में ही पहुँच गए थे.
आज सुबह के 10:00 बजे दुर्गापुर हाउस से निकल कर प्लांट विजिट करने के लिए जाना था. उसी दौरान जब दुर्गापुर हाउस से निकल कर गेट के समक्ष पहुँचे तो गेट के समाने ट्रेड अप्रेंटिस के छात्र-छात्राओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. छात्रों की मांग थी कि इस्पात मंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्याओं को अवगत कराएंगे. मगर गेट के समक्ष खड़े सीआईएसएफ के जवानों ने मंत्री का गाड़ी निकलने के समय ट्रेनी छात्रों के ऊपर लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया.
जिससे छात्र बौखला गए और इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान मंत्री के वाहन के समाने एक छात्रा गिर पड़ी. उसकी भी बेरहमी से पिटाई कर वहाँ से हटा दिया गया. किशन मंडल, विद्युत मिश्रा, प्रकाश शर्मा, बड़ाश्री मंडल, पाली सरकार, लक्ष्मी माजी, अमित आंकड़े आदि छात्रों का आरोप है कि बात करने की बात तो दूर है, मंत्री जी हमलोगों से मिलने की बात से भी इंकार कर दिया. इसके बाद मंत्री जब दुर्गापुर हाउस से वाहन पर सवार होकर कारखाना के दौरा करने के उद्देश्य से रवाना हुए, उसी समय ट्रेनियों में कई उनके वाहन के समाने लेट गए. इसके बाद ही वहाँ उत्तेजना फ़ैल गई.
सीआईएसएफ कर्मियों ने जब उन्हें हटाने का प्रयास किया तो उनके बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. परिस्थिति को नियंत्रण में करने के लिए सीआईएसएफ कर्मियों ने ट्रेनियों पर लाठी चार्ज कर दिया. जिसके कारण लगभग आधे दर्जन ट्रेनी घायल हो गये, जिनमें महिलायेंँ भी शामिल है. इस घटना को लेकर मंत्री ने किसी तरह की प्रतीक्रिया व्यक्त नहीं की. वे गाड़ी में सवार होकर उसी परिस्थिति के बीच अपने गंतव्य स्थल की ओर रवाना हो गए. ट्रेनियों का आरोप है कि तकरीबन 500 लड़के व लड़कियों ने ट्रेड ट्रेनिंग पास कर डीएसपी में ट्रेनिंग लेकर करीब एक वर्ष से बैठे हुए हैं, लेकिन प्रबंधन हमलोगों के बारें में कोई विचार नहीं कर रही है.
हमलोगों को जितने मासिक वेतन दिए गए हैं, वह बहुत ही कम है. इसके बावजूद भी हमलोग इस उम्मीद में उसे स्वीकार कर लिये कि हमलोग स्थाई हो जाएँगे. आज हमलोगों ने इस विषय को लेकर मंत्री के साथ थोड़ी देर बात करना चाहा, लेकिन मंत्री ने हमारी बात नहीं सुनी, उल्टे हमलोगों को बेरहमी से पीटवा दिया गया. इस विषय में आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि छात्रों पर लाठी चलाना यह सरासर गलत है, यह छात्र है गेट के समक्ष अपने समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. सीआईएसएफ के जवान को इस तरह से लाठी चलाना नियम के विरुद्ध है.
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