आसनसोल रेल मंडल द्वारा शानदार कविता संध्या काव्यांगन 2018 का आयोजन
आसनसोल -15 अगस्त को विवेकानंद इंस्टीच्यूट, आसनसोल में पूर्व रेलवे आसनसोल मंडल के राजभाषा विभाग द्वारा एक शानदार कविता संध्या काव्यांगन 2018 का आयोजन किया गया। मंडल रेल प्रबंधक, आसनसोल सह विवेकानंद इंस्टीच्यूट के अध्यक्ष पीके मिश्रा ने नवीनीकृत तथा सुसज्जित विवेकानंद इंस्टीच्यूट का पर्दा उन्मोचन कर उद्घाटन किया एवं राष्ट्र को समर्पित किया। मिनी हॉल अब पूरी तरह से वातानुकूलित है, संस्थान की बाहरी दीवारों को वेदर कोट रंगों से पेंट किया गया है तथा इसके आंतरिक दीवारों को एकास्टिक पैनल से युक्त किया गया है। बेहतर रौशनी के लिए रिसप्लेंडेंट डिफ्यूजल एलइडी लाइटों को लगाया गया है, दीवारों पर विरासत की तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया है तथा संस्थान की छत भी पूरी तरह नवीनीकृत की गई है और विवेकानंद इंस्टीच्यूट के सामने एक सुंदर उद्यान बनाया गया है।
श्री मिश्रा ने कहा कि इंस्टीच्यूट भविष्य में एक राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र बन जाएगा। उन्होंने एक पुस्तक “एन एडिफिक ऑफ कल्चरल हेरिटेज” का अनावरण किया जिसमें ब्रिटिश राज के युग से आज के युग तक विवेकानंद इंस्टीच्यूट के इतिहास को प्रस्तुत किया गया है। आने वाली पीढ़ी के लिए इस पुस्तक को प्रकाशित करने में मार्गदर्शन देने के लिए उन्होंने काजी नजरूल विश्वविद्यालय के प्रोफेशरों तथा प्रमुख व्यक्तियों का सम्मान भी किया। श्री मिश्रा ने इस इंस्टीट्युट के नवीनीकरण के कार्य से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों को मेमेटो प्रदान किया। जनवरी से जुलाई 2018 तक के सभी ‘माह के सितारा’ पुरस्कार विजेताओं को भी खासतौर पर निमंत्रित किया गया था। श्री मिश्रा ने उनसे बात-चीत किया।
उन्होंने हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में शानदार प्रदर्शन करने के लिए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और पर्यवेक्षकों की प्रशंसा की। श्री मिश्रा ने सभी को चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में इस गति को जारी रखने तथा उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करने का आग्रह किया। मंडल रेल प्रबंधक ने दीप प्रज्वलित कर काव्य संध्या – 2018 का उद्घाटन किया तथा इस प्रकार की साहित्यिक और सांस्कृतिक संध्या काव्या संध्या को आयोजित करने के लिए आयोजन समिति की भी सराहना की ओर उम्मीद जताई कि इससे मंडल के सभी रेलवे इंस्टीच्यूटों के पुनरुद्धार के लिए मार्ग प्रशस्त होगा। पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल के रेलवे संस्थानों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को याद करते हुए,
मंडल रेल प्रबंधक ने इस काव्य संध्या में उपस्थित सभी कवियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उल्लेखनीय है कि इस काव्य संध्या को इंस्टीच्यूट पुनरुद्धार योजना (आईआरएस) के तहत आयोजित किया गया। इलाहाबाद से आए सुप्रसिद्ध कवि श्री अखिलेश द्विवेदी, बिलासपुर के श्री एस एम खुर्शीद हयात, बिल्हा से श्री केदार दुबे, बिल्हा से दिलबाग सिंह राज, कोरबा से श्रीमती गीता विश्वकर्मा, आसनसोल के तस्लिम न्याजी, सुश्री शाजिया न्याज़ी, निशात अहमद दीवाना, पवन बांके बिहारी और मधुपुर के शकिल अहमद अंसारी ने श्रोताओं को अपनी कविताओं से मंत्रमुग्ध किया। इस कार्यक्रम में पूर्व रेलवे महिला कल्याण संगठन,आसनसोल के सदस्याओं के साथ-साथ सभी शाखा अधिकारी और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे। वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी एवं विवेकानंद इंस्टीच्यूट,आसनसोल के उपाध्यक्ष अभिषेक केसरवानी ने स्वागत भाषण दिया।
माध्यम : आसनसोल रेलमंडल, जनसंपर्क विभाग
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