दोस्त उड़ाते थे मज़ाक इसलिए मूक-बधिर ने छोड़ा घर, रानीगंज में बरामद
जौनपुर का नाबालिक पहुँचा रानीगंज
रानीगंज -एक गुमशुदा नाबालिक बच्चा रानीगंज रेल पुलिस की तत्परता से अपने घर वापस गया. बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला 13 वर्षीय अंश विश्वकर्मा बीते 18 जुलाई को स्कूल के बाद से अपने घर नहीं पहुँचा था. जिसके बाद बच्चे के परिजनों ने जौनपुर थाना में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
वह बोलने व सुनने में असक्षम था
आसनसोल रेल मंडल के रानीगंज स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार सिंह के अनुसार प्लेटफार्म संख्या चार पर 18 जुलाई को दून एक्सप्रेस से एक बच्चा उतरा, जो काफी देर तक प्लेटफार्म में घूमता रहा. बच्चे को लावारिस हालत में घूमता देख आरपीएफ जवानों ने उससे पूछताछ की, मगर वह बोलने व सुनने में सक्षम नहीं होने कारण कुछ बता नहीं पाया. तत्पश्चात जवानों ने बच्चे को लकार स्टेशन प्रबंधक के हवाले कर दिया. स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार सिंह ने बच्चे से इशारे में पूछताछ की तथा कागज और कलम देखकर उसे घर का पता, पिता का नाम एवं मोबाइल नंबर लिखने को कहा, बच्चे ने अपने घर की संपूर्ण जानकारी कागज में लिख दी.
स्कूली दोस्त उसका मजाक उड़ाते
जिसके बाद प्रबंधक ने गुमशुदा बच्चे के परिजनों से फोन द्वारा सम्पर्क किया और उनके बच्चे के कुशलता की जानकारी दी. शानिवार की शाम को लापता बच्चे के पिता विनोद कुमार विश्वकर्मा रानीगंज रेलवे स्टेशन पहुँचे. जहाँ स्टेशन प्रबंधक ने पिता का परिचय पत्र देखकर एवं कागजी करवाई के बाद बच्चा उन्हें सौंपा दिया. लापता बच्चा के पिता ने बताया कि उसका बेटा जौनपुर स्थित रचना विद्यालय में पढता है. 18 जुलाई को स्कूल जाने के बाद वह घर वापस नहीं लौटा. वह जन्म से ही गूंगा एवं बहरा है. इसलिए उसके दोस्त उसका मजाक उड़ाते हैं. इससे पहले भी वह कई बार घर पर बिना बताए कई स्थानों पर जा चुका है. विनोद कुमार विश्वकर्मा ने उसके बच्चे को सकुशल रखने के लिए रानीगंज स्टेशन प्रबंधक को बहुत धन्यवाद दिया और काफी हर्ष के साथ अपने बच्चे को लेकर घर वापस लौट गए.
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