नन्हे रोजेदारों में भी रोजा रखने का उत्साह , पिता के मना करने के बावजूद बच्चियाँ रख रही है रोजा
गोमो रमजान के इस पाक व पवित्र महीने में बड़ो के साथ -साथ छोटे-छोटे बच्चियाँ भी रख रही है रोजे। इतना ही नहीं पूरे एहतराम के साथ सेहरी से लेकर नमाज और अफ्तार में रहती है सक्रिय। वाक्य है गोमो आज़ाद नगर निवासी मो० शमीम अंसारी जो पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है उसकी सात वर्षीय बेटी सोनम परवीन और दूसरा पत्रकार तफाजुल आज़ाद की नो वर्षीय बेटी रेहाना परवीन है, जो परिवार वाले सदस्यों के मना करने के वावजूद भी रोजा रख रही है और नमाज अदा कर रही है। परिवार वाले बताते है कि जब बच्चियों को रोजा रखने से मना करते है तो बच्चियाँ रोने लगती है।
दोपहर का समय होते-होते बच्चियों के मुँह सूखने लगता है तो घर वालों को उसे देखकर परेशानी होने लगती है, पर नन्हें रोजेदार हिम्मत नहीं हारते है और रोजे को पाबंदी के साथ पूरा करती है, बच्चियाँ कहती है रोजा रखने से अल्लाह खुश होते है और सारी गुनाहों को माफ कर देते है।
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