सीएचसी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे चिकित्सक, सौ से अधिक मरीज बिना इलाज लौटे
प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौपारण में कार्यरत सभी चिकित्सक बुधवार को अपने विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। इस दौरान चिकित्सकों के द्वारा किसी भी मरीजों का इलाज नहीं किया गया। जिससे इलाज के लिए गए मरीजों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ा। लगभग सौ से अधिक मरीज बिना इलाज के ही वापस अपने घर लौटने को मजबुर हुए। इस सम्बंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ भुनेश्वर गोप ने बताया कि विगत 15 दिनों में कई डॉक्टर्स के साथ कुछ न कुछ वारदात हो रहे हैं, रांची के वरिष्ठ ऑर्थोपेडिशियन सर्जन डॉ अंचल कुमार पर जानलेवा हमला, गढ़वा मे जनप्रतिनिधियों द्वारा सिविल सर्जन तथा उपाधीक्षक एवं डीपीएम को गाली गलौज तथा हजारीबाग उप विकास आयुक्त द्वारा डॉक्टर (पीडियाट्रिक हेड) के साथ बदसलूकी तथा मारपीटकॉलर पकड़ पकड़ कर बाहर निकलवाना, जामताड़ा के स्थानीय विधायक द्वारा सिविल सर्जन को धमकी और कार्य में हस्तक्षेप, पेटरवार मे डॉ अजय चौधरी के साथ मारपीट किया जाता है, लोहरदगा-सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार को जान से मारने की धमकी, रिम्स के डॉक्टर सौरव के मृत्यु के पश्चात् सरकार द्वारा परिवार के साथ सौतेला व्यवहार सहित अन्य घटनाओं को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले एक दिवसीय हड़ताल की गई। वहीं उन्होनें आगे कहा कि सरकार द्वारा पुरानी मांगों को भी अनसुना किया जा रहा है।
जिसमें बायोमेट्रिक अटेंडेंस को वेतन से जोड़े जाने का विरोध व इसकी मॉनिटरिंग का अधिकार संबंधित निकासी पदाधिकारी को दिए जाने की मांग, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लगभग झारखंड को छोड़कर पूरे भारत के स्टेट में है, पर झारखंड में क्यों नहीं, यूपी एवं हरियाणा के तर्ज पर झारखंड में भी 50 बेड अस्पताल एवं एकल क्लीनिक को क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट से मुक्त रखना सहित अन्य मांग शामिल हैं। एक दिवसीय हड़ताल पर डॉ भुनेश्वर गोप, डॉ योगेंद्र सिंह, डॉ सतीश कुमार सिंह, डॉ फरहाना महफूज,डॉ सरवर हसन,डॉ रविकांत पांडेय,डॉ दिनेश कुमार एकलव्य,डॉ पंकज कुमार मेहता,मनीष कुमार,संजीत कुमार ,तन्नू कुमारी,सोनी कुमारी,गणेश कुमार अन्य शामिल थे।
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