रानीगंज शहर के 125 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन सादगी तौर तरीके के साथ की गई
रानीगंज। रानीगंज शहर के 125 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक दुर्गा पूजा के लिए प्रसिद्ध दाल पट्टी 16 आना दुर्गा पूजा की मूर्ति प्रतिमा विसर्जन आज बड़े ही सादगी तौर तरीके के साथ की गई।
रानीगंज के 16 अना दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन बड़े ही धूमधाम से करने की परंपरा रही है। समय के अनुकूल झांकियाँ निकाली जाती रही है। दूर-दराज से इस विसर्जन को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग यहाँ आते रहे हैं।मान्यता के मुताबिक रानीगंज के लोग दाल पट्टी सोलाना दुर्गा पूजा विसर्जन के बाद ही मानते हैं कि दुर्गा पूजा संपन्न हुई।
लोक संस्कृति पर आधारित यहाँ का विसर्जन के संदर्भ में मनोज केसरी ने बताया कि विसर्जन के दिन इस इलाके का दुकान पार्ट बंद कर लोग इस मेला विसर्जन में जुट जाते ।पूरे नगर का परिक्रमा करते और मध्य रात्रि के वक्त विसर्जन की परंपरा रही है। पूजा कमिटी की ओर से रूपु साब ने बताया कि यहाँ राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के नियम के अनुसार पूजा अर्चना की गई और यहाँ के लोगों ने सहयोग भी किया । आज जिस रूप से हम लोग विसर्जन यहाँ किए हैं । ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ था। हालांकि माँ दुर्गा के विदाई को लेकर सुबह से ही आज मंदिर में भक्तों का सिलावाड़ आना-जाना शुरू रहा। चंद धात बाजना के माध्यम से माँ को विदाई दी गई।

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