मौसम के बदले मिजाज के बीच लखीसराय में कुछ यूं मना नव वर्ष

शृंग ऋषि कुंड में स्नान का आनंद लेते हुये पर्यटक

पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़

लखीसराय जिले वासी पुराने साल को अलविदा कर नए साल 2018 का गर्मजोशी के साथ स्वागत करने में मस्तगुल रहे । हाड़-तोड़ मौसम के बदले मिजाज के चलते लोग दूर जाने के बदले अपने निकटतम पिकनिक स्पॉटों एवं धार्मिक स्थलों पर ही नए साल का जश्न मनाने में व्यस्त हैं। लखीसराय जिले में मुख्य रूप से लाली पहाड़ी, अशोक धाम, श्रृंगी ऋषि, जलप्पा स्थान, जगदंबिका स्थान – बडहिया, लय, सूर्य मंदिर पोखरामा, बाबा गोविंद स्थान सरीखे कई अन्य प्रमुख पिकनिक स्पॉट के रूप में प्रसिद्ध स्थान है ।

जयनगर लाली पहाड़ी पर ज्यादा भीड़ रही

नए साल के पहले दिन इन स्थानों पर प्रति वर्ष लोगों का जमावड़ा लगता है। इस दौरान इस बार जयनगर लाली पहाड़ी पर ज्यादा भीड़ लगी है क्योंकि यहां पुरातत्व अवशेष की खुदाई जारी है । इस दौरान एक महीने में पहाड़ी की चालू खुदाई में कई पौराणिक अवशेष मिले हैं। दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक स्थल अशोकधाम मंदिर है जहां हर साल बड़ी संख्या में लोग नए साल की शुरुआत मंदिर जाकर विशाल शिवलिंग की पूजा-अर्चना कर रहें हैं। इसके अलावे सुदूर पहाड़ी क्षेत्र जलप्पा स्थान एवं श्रृंगीऋषि धाम है। यहां की मनोरम दृश्य लोगों को अपनी ओर बेहद आकर्षित करता है । श्रृंगीऋषि धाम में जल कुंड में स्नान करके पूजा-अर्चना के बाद लोग अपना भोजन स्वयं बनाकर खाते हैं। क्रमानुसार धार्मिक आस्था वाले लोग बड़हिया के जगदंबा मंदिर जाकर पूजा-अर्चन कर नये साल का लुत्फ उठा रहें हैं।

नये साल पर एसपी अरविंद ठाकुर की ओर से जिले के सभी पिकनिक स्पॉट्स पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं । एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में चानन और कजरा के जंगलों में पर्यटकों की सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं । विदित हो इन इलाकों में एएसपी पवन कुमार उपाध्याय की अगुआई में इन इलाकों में लगातार कांबिंग ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों के बढते हौसले पर अंकुश लगाने में कामयाब रहे हैं ।

जनजाति इलाकों में नव वर्ष की धूम

नव वर्ष पर वनभोज का लुफ्त उठाते जनजातीय बच्चे
नव वर्ष पर वनभोज का लुफ्त उठाते जनजातीय बच्चे

 

सोमवार को जिले अवस्थित नक्सल प्रभावित लाल किला में भी नववर्ष के अवसर पर आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी जमकर मौज-मस्ती कर वनभोज का लुत्फ उठाए । मौके पर जनजाति संगठन के संयोजक संतोष कुमार सिन्हा की अगुवाई में लोगों ने अपने अपने बच्चों के साथ जनजाति दिक्कू रीवाज के अनुसार पूजा – पाठ पर सामूहिक वनभोज का आनंद लिये । इस प्रकार जिले स्थित तमाम जंगली एवं पहाड़ी ईलाकों में पिकनिक का त्योहार धूम -धाम से मनाया गया ।

Last updated: जनवरी 1st, 2018 by Sanjeev Kumar Gandhi

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