नियामतपुर में बार-बार सड़क हादसा का दोषी कौन? पुलिस या ट्रैफिक
कुल्टी(पश्चिम बर्दवान): आसनसोल कुल्टी विधानसभा के नियामतपुर में गुरुवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने पुनः इलाके में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। धेमोमेन रेलवे साइडिंग से निकले एक तेज रफ़्तार डंपर ने, ड्यूटी से घर जा रहे एक ईसीएल (ECL) चालक को बुरी तरह रौंद डाला। इस हादसे में ईसीएल चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे स्थानीय लोगों ने तत्काल बेहतर इलाज के लिए आसनसोल जिला अस्पताल पहुंचाया।
दिन में नो-एंट्री के बावजूद दौड़ रहे सैकड़ों वाहन
हादसे के बाद दिन के उजाले में मालवाहक वाहनों के अवैध आवागमन को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा गया। नियमानुसार दिन के समय इन भारी वाहनों के लिए नो-एंट्री लागू है, इसके बावजूद सैकड़ों डंपर और ट्रकें बिना किसी रोकटोक के तेज रफ़्तार से नियामतपुर की भीड़ भाड़ भरी सड़कों पर दौड़ रही हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप: ये मालवाहक डंपर और ट्रकें धेमोमेन के रेलवे साइडिंग से आना-जाना कर रही हैं, और इन्हें रोकने या टोकने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, अमूमन ये वाहन तृणमूल कांग्रेस रसूखदार नेता रोहित नोनिया के हैं।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर घंटों प्रदर्शन किया।
उग्र आंदोलन की चेतावनी: स्थानीय लोगों ने पुलिस और जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर इन अवैध वाहनों के आवागमन पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई, तो वे उग्र आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे और चुप नहीं बैठेंगे।
पुलिस का हस्तक्षेप: काफी मशक्कत के बाद, नियामतपुर पुलिस फाड़ी ने प्रदर्शनकारियों को जल्द ही उनकी शिकायतों का निपटारा करने का आश्वासन देकर सड़क से जाम हटाया।
ट्रैफिक गार्ड पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
नियामतपुर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने नियामतपुर सब ट्रैफिक गार्ड बनाया है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि ट्रैफिक गार्ड की कार्यशैली यहाँ निराशाजनक है।
यातायात नियमों की अनदेखी: लोगों का आरोप है कि कुछ पुलिस और रसूखदारों की मिलीभगत के कारण यातायात नियम पूरी तरह चौपट हो गई हैं।
अवैध उगाही: स्थानीय लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि चलबलपुर और नियामतपुर के बीच बेना ग्राम मोड़ के पास नियामतपुर ट्रैफिक गार्ड के जवान रात 10 बजे के बाद अँधेरे में सक्रिय हो जाते हैं।
यहां अधिकांश सिविक वोलेंटियर्स और पुलिस कर्मी मुंह ढककर दिशा जन कल्याण केंद्र (योन पल्ली) जाने वालों से वाहन जाँच के नाम पर अवैध उगाही करते हैं।
नो-एंट्री में प्रवेश: लोगों का यह भी आरोप है कि नो-एंट्री समय के बावजूद, कुछ पैसे लेकर मालवाहक और भारी वाहनों को आसानी से प्रवेश करा दिया जाता है, जिससे आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं।
स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से इस अवैध आवागमन और भ्रष्टाचार पर तुरंत रोक लगाने और जिम्मेदार अधिकारियों व व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

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