आध्यात्मिक गुरु सतगुरु अंजलि गाडगिल का स्वागत भारत विश्व गुरु बनेगा

रानीगंज। अंडाल काजी नजरुल हवाई अड्डे से मुंबई जाने के क्रम में विश्व की आध्यात्मिक गुरु अंजलि गाडगिल को सामाजिक संस्था सुरक्षा की ओर से शिल्पाँचाल के उद्योगपति एवं सामाजिक कार्यकर्ता उज्जवल पातेसरिया ने सम्मानित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती पर विश्व अध्यात्मिक गुरु का चरण पड़ा है ।यह हम लोगों के लिए सौभाग्य की बात है। लोगों को साधना से जुड़ने के लिए पूरे विश्व में कई वर्षों से लगातार विश्व की आध्यात्मिक गुरु भ्रमण कर रही हैं। जन जन को भारत की समृद्धि एवं विश्व की समृद्धि के लिए साधना से जुड़ने के लिए जागरूक कर रही हैं।सद्गुरु अंजलि ने आध्यात्मिक अभ्यास करके अपनी दिव्य दृष्टि विकसित की है । विश्व शांति एवं लोगों को अध्यात्म एवं ईश्वर के प्रति जोड़ने के लिए निरंतर कई यात्राएं की है । 9 देश एवं 29 राज्यों में 10 लाख किलोमीटर की यात्रा की है। सतगुरु अंजलि ने बताया कि मनुष्य की देह पर अध्यात्मिक साधना से निर्माण हुए सात्विकता का अथवा चैतन्य का संस्कार होना चाहिए नहीं तो देह किसी क्लेवर जैसी निष्प्राण लगती है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैंने प्रयास किया है।

श्रीलंका में श्रीराम जी सीता जी एवं लक्ष्मण जी जहाँ-जहाँ गए थे वहाँ भी सद्गुरु अंजलि ने यात्रा की ।आध्यात्मिक के ऊपर रिसर्च किया है। कोरोना के वक्त लगातार 18 महीने लोगों को अध्यात्म से जुड़ने के लिए यात्रा की है। वर्ष 2020 में 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण भूमि पूजन में कैलाश पर्वत की पवित्र मिट्टी एवं मानस सरोवर का पवित्र जल राम जन्मभूमि में अर्पण किया था। सतगुरु अंजलि ने कहा कि विश्व के ऊपर युद्ध का संकट है। वर्तमान समय से लेकर 2025 वर्ष समय तक के लिए सभी संत हिमालय के सिद्ध में है। , तमिलनाडु के नाड़ी ज्योतिष के माध्यम से ऋषि मुनियों ने विश्व युद्ध के संकेत दिए हैं । पवित्र भारत भूमि की रक्षा हो इस हेतु सभी संत सिद्ध पुरुष अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं ।ऐसे ही एक सिद्ध गोवा के डॉक्टर जयंत बालाजी आदिला है वह जिनकी परम शिष्य सद्गुरु अंजली माता जी विश्व भ्रमण करते हुए अनेक यज्ञ याल में प्रयासरत हैं। सभी जगह देवी उर्जा का प्रसार हो सभी विश्व के समस्त लोगों को ईश्वरी आशीर्वाद मिले इसके लिए साधना से जुड़ना है ।साधना की आवश्यकता सभी को है। सात्विकता बढ़ने से समाज में शांति बनेगी एवं भविष्य में भारत विश्व गुरु बनेगा। इस अवसर पर सुरक्षा संस्था के अध्यक्ष सरदार दलजीत सिंह वाधवा ने गुरु माता को संस्था की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट किया।

Last updated: अप्रैल 4th, 2022 by Raniganj correspondent
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