साहिबगंज महाविद्यालय के एनएसएस की ओर से राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस पर वेबिनार का आयोजन
साहिबगंज। भू-वैज्ञानिक सह पर्यावरण संरक्षक डॉक्टर रणजीत सिंह ने राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के अवसर पर, साहिबगंज महाविद्यालय के एनएसएस की ओर से वेबिनार का आयोजन किया। देर शाम वेबीनार के माध्यम से छात्र-छात्राओं एवं प्रतिभागियों ने अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस नोडल अफसर डॉ, प्रोफेसर रणजीत कुमार सिंह ने किया। डॉ० रंजीत सिंह ने बताया कि डॉल्फिन के अस्तित्व से ही इंसान का अस्तित्व जुड़ा है। छात्रों ने बहुत ही विस्तार से डॉल्फिन के उपयोग, डॉल्फिन का इतिहास, और डॉल्फिन के विलुप्त होने पर चिंता जाहिर की, तथा उसे बचाने व सुरक्षित व संरक्षित करने के लिए, और उसकी संख्या बढ़ाने के लिए बहुत सारे सुझाव दिए गए।
ज्ञात हो कि डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव का दर्जा दिया गया है और प्रधानमंत्री के द्वारा डॉल्फिन को बचाने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। साहिबगंज महाविद्यालय के एनएसएस की ओर से भी वन जीव संस्थान देहरादून के सहयोग से, छात्र-छात्राओं को एनएसएस वालंटियर स्कोर एवं प्रशिक्षण देकर डॉल्फिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई, तथा साहिबगंज में डॉल्फिन सेंचुरी के लिए भी सरकार को प्रयास करना चाहिए। ताकि सकरी गली और राजमहल गंगा किनारे बहुत सारे डॉल्फिन इस समय सांस ले रहे हैं। इसको बचाया जा सके। डॉल्फिन की संख्या बढ़ाने के लिए इको सेंसेटिव जोन गंगा नदी को घोषित कर, इस प्रजाति को जो विलुप्त होने के कगार पर हैं उसे बचाया जा सके। इस वेबिनार में भाग लेने वाले प्रतिभागी में एनएसएस के साहिल, मानसी कुमारी, रवि कुमार पांडेय, दिनेश टुडू, रवि कुमार वर्मा, पूजा चौधरी, संतोष कुमार मंडल, महताब आलम आदि ने अपने विचारों को रखा।
साहिबगंज से संजय कुमार धीरज
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