29 फरवरी को रानीगंज चैंबर की ओर से होने वाली वार्षिक चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज
रानीगंज आगामी 29 फरवरी को रानीगंज चैंबर की ओर से होने वाली वार्षिक चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है ।चुनाव प्रचार का समय लगभग खत्म हो चला लेकिन चुनाव को लेकर इस बार दोनों पक्षों की ओर से जोरदार चुनावी प्रचार चल रही है। चाय की दुकान एवं नुक्कड़ कर पर भी रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव को लेकर चर्चा है।
इस इलाके के उद्योग जगत से लेकर राजनीतिक करने वालों के बीच में भी रानीगंज का चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है ।सुबह होते ही चुनावी प्रचार मॉर्निंग वॉक से ही शुरू हो जाती है और शाम के निक्कर पर जाकर संपन्न होता है । इस चुनाव में हार जीत चाहे जिसकी भी हो लेकिन चुनाव दिलचस्प मोड़ पर है।
इस बार के चुनाव में एक तरफ जहाँ रानीगंज कोयलांचल शिल्पाँचल के सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक गोविंदराम खेतान के बड़े पुत्र आरपी संदीप भालोटिया का दावा है , कि यह चुनाव हम जीतेंगे और रानीगंज चैंबर का जो पहचान बनी हुई है खेतान नेतृत्व दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर वर्तमान अध्यक्ष संदीप भालोटिया नेतृत्व दे रहे हैं।
सदस्यों का कहना है कि 2 वर्ष पूर्व बदलाव के नाम पर चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई थी और युवा वर्ग को मंच तक लाने के नाम पर चुनाव हुआ था। परिवर्तन हुआ और पिछले 2 वर्ष से संदीप भालोटिया ही यहाँ अध्यक्ष हैं । अब यूथ विंग इस बार के चुनाव में यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि चुनाव बदलाव लाने के लिए की गई थी लेकिन जब बदलाव लाने वाले कुर्सी के प्रति मोहित हो जाए तो चुनाव होना तय हो जाता है। यही वजह है कि यूथ विंग इस बार संदीप भालोटिया के विरोध में खुलकर सामने हैं इनके जो सदस्य पिछले चुनाव में इनके साथ थे वह इस बार यूथ विंग के साथ खड़े दिख रहे हैं।
सीताराम जी भवन में यूथ विंग के तरफ से चुनावी महासभा कर रानीगंज वासियों को यह बताने में सफल दिखे कि हम लोग सदस्यों का सेवा के लिए है। आज रानीगंज का सबसे ज्वलंत समस्या ट्रेड लाइसेंस और होल्डिंग टैक्स का है। इस पर क्रियान्वित तरीके से कुछ भी नहीं किया गया हालांकि सभी भालोटिया का कहना है। इस वर्ष हम लोगों ने अनेकों एक से काम को किया जो कल्पना से बाहर है, आगे भी हम लोग काम के बदौलत आएंगे।

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