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दुर्गापुर में तृणमूल कांग्रेस की अंतर्कलह उजागर

पूर्व पार्षद पर हमला के आरोप में पार्षद पति गिरफ्तार

दुर्गापुर -जिला तृणमूल कांग्रेस के आला नेताओं ने आपसी संघर्ष को मिटाने के लिए कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया है और जल्द  मामला नहीं सुलझा तो कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है. दुर्गापुर नगर निगम के वार्ड संख्या 38 की पार्षद आलो सातरा के पति पार्थ चौधरी तथा भाई चंदन सामन्ता के विरुद्ध यह करवाई किया जाएगा. गौरतलब है कि वार्ड संख्या 38 के पूर्व पार्षद एवं वर्तमान पार्षद के पति के बीच आपसी मतभेद चल रहा है, जिसके कारण दो दिनों पूर्व हिंसक घटना हुई थी. जानकारी के अनुसार पूर्व पार्षद अरविंद नंदी और उनके समर्थकों को पीटने के आरोप में कोकोवेन थाना ने पार्षद आलो सातरा के पति पार्थो चौधरी समेत विजय घोष, गोपाल मंडल, जयरुल हक एवं प्रसून दे को गिरफ्तार कर आज अदालत में पेश किया है. जहाँ सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने सभी को  जेल हिरासत में भेज दिया.

घेरकर मारने जैसी घटना को दल कभी बर्दाश्त नहीं करेगी

पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष वी. शिवदाशन दासु ने बताया कि पार्षद के भाई तथा पति पर बहुत सारे अभियोग का मामला सामने आया है, मगर सबसे अधिक मामला पार्षद के भाई चंदन सामन्त पर है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले पूर्व पार्षद अरविंद नंदी एवं उनके समर्थकों को घेरकर मारने जैसी घटना को दल कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. इस घटना में पार्टी कठोर व्यवस्था लेने जा रही है और बताया कि पूर्व पार्षद को मारने की घटना में दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए पुलिस को कहा गया है.

वार्ड हो गया था महिला के लिए आरक्षित

जानकारी के मुताबिक दुर्गापुर नगर निगम चुनाव के पहले अरविंद नंदी को उम्मीदवार नहीं बनाने को लेकर इलाके के लोग एवं उनके समर्थक नाराज चल रहे थे, मगर दुख की बात यह है कि 38 नंबर वार्ड को महिला के लिए संरक्षित किया गया था. जिसके चलते अरविंद नंदी को पार्षद उम्मीदवार का टिकट नहीं मिल सका था. उसके जगह पर आलो सातरा को दल ने टिकट दिया था. उसके बाद से ही अरविंद नंदी नाराज चल रहे थे और अपने पत्नी को फिर निर्दल से खड़ा होने के लिए पर्चा भर दिया था. उसके बाद से ही पार्टी ने उन्हें दल विरोधी काम करने के लिए दल से निष्कासित कर दिया था. तृणमूल तथा पुलिस प्रशासन की ओर से उन पर झूठे आरोप के तहत थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. जिसके चलते कुछ महीना तक उन्हें घर से बाहर रहना पड़ रहा था. उसके बाद भी घर पर हमले किए गए थे. चुनाव में उन्हें प्रचार नहीं करने दिया गया. जिसके चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

काफी प्रयास के बाद दुबारा किया गया दल में शामिल

उसके बाद अरविंद नंदी द्वारा काफी प्रयास करने के बाद ही फिर से उन्हें दल में मौका दिया गया और इलाके के विधायक सहित समर्थकों के साथ मिलकर जामुड़िया में आयोजित एक जनसभा में उन्हें फिर से दल का झंडा देकर दल में ले लिया गया. और उन्हें निर्देश दिया गया कि जो भी काम करना है पार्षद को लेकर उसके बाद से अरविंद नंदी पार्षद को लेकर ही चल रहे थे मगर 2 दिन पहले फिर अपने ही तृणमूल समर्थकों की ओर से उन पर हमला किया गया. इस घटना की जाँच की जा रही है साथ ही पुलिस को भी जाँच पड़ताल करने के लिए कहा गया है और दोषियों को सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है.

Last updated: मार्च 16th, 2018 by Durgapur Correspondent

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